Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

निर्भया केस : दोषी विनय ने दीवार पर सिर पटका, फिर टल सकती है फांसी

 

नई दिल्ली। निर्भया के चारों गुनहगारों को फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए नया डेथ वारंट जारी हो चुका है। कोर्ट ने फांसी के लिए तीन मार्च का दिन तय किया है। हालांकि निर्भया के दोषी फांसी से बचने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाने पर उतर आए हैं। अब दोषी विनय ने खुद को घायल कर लिया है।

तिहाड़ जेल के अधिकारियों के मुताबिक, 2012 के दिल्ली गैंगरेप मामले में दोषी विनय कुमार ने खुद को चोटिल पहुंचाने की कोशिश की। विनय कुमार ने खुद का सिर दीवार पर दे मारा। 16 फरवरी को हुई इस घटना में विनय को कुछ हल्की चोटें भी आई हैं।

निर्भया दुष्कर्म मामले के दोषियों को तीन मार्च सुबह छह बजे फांसी दी जाएगी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेद्र राणा ने नया डेथ वारंट जारी किए जाने की मांग वाली याचिका पर यह आदेश दिया। इस मामले में मुकेश कुमार सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय कुमार शर्मा (26) और अक्षय कुमार (31) दोषी हैं।

फांसी से पहले दोषी पूरी तरह से होना चाहिए स्वस्थ्य

फांसी के फंदे पर लटकाए जाने से पहले किसी भी दोषी का अच्छे से मेडिकल चेकअप किया जाता है। इस बात का ख्याल रखा जाता है कि फंदे पर लटकने से पहले दोषी पूरी तरह से स्वस्थ्य हो। यहां तक की फांसी के तख्त पर ले जाने से तुरंत पहले दोषी का ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान आदि की जांच की जाती है।

अगर दोषी खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उसके स्वस्थ्य होने तक फांसी टल सकती है। साथ वजन कम होने की स्थिति में भी फांसी टल सकती है। निर्भया के दोषी अच्छे से जानते हैं कि अगर वे खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उनकी फांसी कुछ दिनों के लिए टल जाएगी।