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उत्तर प्रदेश  के लखनऊ  में अपनी मालकिन की जान लेने वाले पिटबुल कुत्ते को अडॉप्ट करने के लिए कई लोग सामने आए

उत्तर प्रदेश  के लखनऊ  में अपनी मालकिन की जान लेने वाले पिटबुल कुत्ते को अडॉप्ट करने के लिए कई लोग सामने आए हैं। इस बीच कुत्ते के हमले में जान गंवाने वाली सुशीला त्रिपाठी के बेटे अमित ने कहा है कि अगर नगर निगम के लोग इजाजत देंगे तो वह खुद ही अपने कुत्ते को वापस ले आएंगे। आशीष श्रीवास्तव ने जब अमित त्रिपाठी से पूछा कि उन्हें क्या लगता है कि पिटबुल ने क्यों उनकी मां पर हमला किया होगा? इस पर तो अमित ने कहा-‘

मैं तो केवल कहने के लिए उसका मालिक था। उसकी असली मालकिन तो मेरी मां ही थीं। सुबह से लेकर शाम तक वे ही उसे नहलाती-धुलाती और खाना खिलाती थीं। आलम यह था कि मां एक हाथ से अपना खाना खाती थीं और दूसरे से उसका खाना उसे खिलाती थीं। अब आप समझ लीजिए कि मां का उसके साथ कैसा रिश्ता था…लेकिन मंगलवार की सुबह उसने क्यों मां पर हमला कर दिया यह मुझे भी समझ नहीं आ रहा। वह तो घर में बिलकुल शांत रहता था। वह बस दरवाजे की घंटी बजने पर बहुत चिढ़ता था, अक्सर गुस्सा भी हो जाता था। हो सकता है कि किसी ने उस दिन घंटी बजायी हो और मां देर से दरवाजा खोल पाई हों। शायद ज्यादा देर तक घंटी बजने से वह ज्यादा ही नाराज हो गया हो, और फिर उसने गुस्से में उनपर ही अटैक कर दिया। मेरे पास कुत्ते का लाइसेंस और वैक्सीनेशन है। कभी कोई कमी नहीं की। खाने के लिए फूड का पूरा इंतजाम रहता था, मेरा कुत्ता कभी नहीं काटता था। लेकिन, अचानक ये घटना कैसे हो गई, कुछ नहीं पता। मैं घटना होने के बाद घर पहुंचा था….मैंने खुद नगर निगम को कुत्ता दे दिया है। अब मैं उस कुत्ते को देखना भी नहीं चाहता। मैंने अपनी मां को खोया है, इससे बड़ा दुख मेरे लिए और कोई नहीं है। मंगलवार, 12 जुलाई को पिटबुल कुत्ते के अपनी मालकिन को नोच-नोच कर मार डालने के बाद आसपड़ोस के लोग काफी डर गए थे। इस घटना के बाद अमित त्रिपाठी के पड़ोसियों ने मीडिया के जरिए लखनऊ नगर निगम से पिटबुल को जब्त करने की मांग की थी। इसके बाद लखनऊ नगर निगम ने गुरुवार, 14 जुलाई को पिटबुल को जब्त कर लिया।