Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

लोकसभा चुनाव 2019:ममता बनर्जी को नहीं मंजूर हार, EVM पर उतार रहीं गुस्सा

कोलकाता|

लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के खराब प्रदर्शन से खफा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल को लेकर सोमवार को सवाल उठाये और विपक्षी दलों से अपील करते हुये कहा कि वे मतपत्रों के जरिए चुनाव करवाने की मांग संयुक्त रूप से की जानी चाहिए. ममता बनर्जी ने कहा कि एक तथ्य खोजी समिति बननी चाहिये ताकि वह ईवीएम का ब्यौरा तैयार कर सके. उन्होंने पार्टी के विधायकों और राज्य के मंत्रियों से चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की पराजय को लेकर हुई बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि हमें लोकतंत्र बचाना है.

 

हम मशीन नहीं चाहते, हमारी मांग है कि कागज के मतपत्र वाले युग की वापसी हो. हम एक आंदोलन प्रारंभ करेंगे और यह बंगाल से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि मैं सभी विपक्षी 23 राजनीतिक दलों से कहूंगी कि वे साथ आयें और बैलैट पेपर की वापसी की मांग करें. अमेरिका जैसे देश में भी ईवीएम पर प्रतिबंध लगा हुआ है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए धन, बाहुबल, संस्थाओं, मीडिया और सरकार का इस्तेमाल किया है.

उन्होंने कहा कि भाजपा, 42 लोकसभा सीटों वाले इस राज्य में वाम मोर्चे के कारण 18 सीटें जीतने में सफल रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का दावा था कि वे 23 सीटें जीतेंगे पर वे 18 ही जीत सके. और वह भी वामदलों की वजह से। लेकिन हम (तृकां) अपना वोट शेयर चार फीसदी बढ़ाने में सफल रहे. गौरतलब है कि ममता बनर्जी पहली नेता नहीं हैं जिन्होंने इस लोकसभा चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल पर सवाल खड़े किए हैं. एएमएमके के टीटीवी दिनाकरन ने ईवीएम (EVM) को लेकर निशाना साधा था, हालांकि, उन्होंने ईवीएम का नाम नहीं लिया था.

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा था कि यह बहुत अजीब बात है कि हमारे कई समर्थकों ने हमारी पार्टी को वोट दिया था, लेकिन उनके वोट पंजीकृत नहीं हुए, ऐसे उदाहरण हैं जहां हमारी पार्टी के लिए कोई वोट नहीं डाला गया. यह कैसे संभव हो सकता है? चुनाव आयोग को स्पष्ट करना होगा. मैं अदालत में नहीं जा सकता क्योंकि मेरे पास कोई सबूत नहीं है.’ साथ ही उन्होंने कहा था कि हम बूथों की जानकारी इकट्ठी एकत्र कर रहे हैं और इसके बाद चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करेंगे.’

बता दें, बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने चुनाव परिणाम आने के बाद ईवीएम को लेकर हमला बोलते हुये कहा था कि जनता का विश्वास इससे हट गया है. उन्होंने कहा कि गठबंधन ने जो सीटें उप्र में जीती हैं वहां इन लोगों ने ईवीएम में गड़बड़ी नहीं कराई ताकि जनता को शक न हो. साथ ही उन्होंने कहा कि गठबंधन की पार्टियों बसपा, सपा और रालोद के सभी छोटे बड़े कार्यकर्ताओं ने पूरे तन-मन-धन से मेहनत और लगन से लगातार काम किया है. सभी का आभार प्रकट करती हूं खासकर सपा के प्रमुख अखिलेश यादव, रालोद के अजित सिंह ने अपनी पूरी ईमानदारी से काम किया है.

इनपुट:NDTV