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लॉकडाउन : निराश्रितों के लिए फरिश्ता बना बलिया का ‘सिंघम’

 

बलिया। कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन में निर्धन और निराश्रितों के लिए जिले में ‘सिंघम’ के रूप में विख्यात दारोगा सत्येंद्र राय किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं। डोर-टू-डोर जाकर निराश्रितों में भोजन सामग्री के पैकेट वितरित कर दूसरों के लिए नजीर बन रहे हैं।

हल्दी थाने पर थानाध्यक्ष के रूप में तैनात सत्येंद्र राय की जिले में ‘सिंघम’ की छवि है। अपराधियों को जान पर खेलकर भी पकड़ने में माहिर सत्येंद्र राय पीएम मोदी के सफाई अभियान को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रसिद्ध हैं। जिस भी थाने पर या चौकी पर तैनाती मिलती है, उसके भाग्य को पूरी तरह से बदलकर रख देते हैं।

जन भागीदारी से तीन पुलिस चौकियों व तीन थाना परिसरों को अब तक चमका चुके हैं। यही कारण है कि विभागीय आलाधिकारी उन्हें काफी पसंद करते हैं। लोगों में भी लोकप्रिय हैं।

फिलहाल कोरोना के संकट में फंसे निराश्रितों को मदद का बीड़ा उठाया है। थाने क्षेत्र के संपन्न लोगों और खुद के सहयोग से पांच किलो आटा, पांच किलो चावल, एक किलो दाल, नमक, चीनी व सरसों तेल का पैकेट तैयार कर रोजाना लॉकडाउन की ड्यूटी के लिए निकलते हैं।

पहले से ही चिन्हित निराश्रित परिवारों के यहां जा रहे हैं। उनके घर के दरवाजे पर जाकर भोजन सामग्री का पैकेट दे रहे हैं। साथ ही घर से बाहर नहीं निकलने की ताकीद भी कर रहे हैं। शनिवार को भोजन सामग्री से भरे दो दर्जन पैकेट अपनी सरकारी गाड़ी में लेकर घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में काम करते हुए कोई तारीफ करता है तो लगता है कि पुरस्कार मिल गया। इस संकट की घड़ी में हमें विभाग की छवि सुधारने का भी मौका मिला है।