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लेखपाल अरुण सिंह के ठेंगे पर अधिकारी, आदेश मिलने पर भी नहीं की कार्यवाही

ग्रामसभा की जमीन का सीमांकन और कब्जा दिलाना राजस्व विभाग की जिम्मेदारी : विजय पाण्डेय

लखनऊ। लखनऊ। सुलतानपुर जनपद की तहसील कादीपुर में तैनात लेखपाल अरुण सिंह के लिए अधिकारियों के आदेश मायने नहीं रखते। जिसके कारण ग्रामसभा वासी काफी परेशान और दुखी हैं। जिसका सबूत अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय से संबंधित मामला है। जिनकी जमीन सड़क बनाने के लिए ग्रामसभा द्वारा ली गयी और बदले में उन्हें ग्रामसभा के प्रस्ताव पर उपजिलाधिकारी आदेश से दूसरी जगह जमीन वर्ष 2006 में दी गयी, लेकिन जमीन को ग्रामसभा से अलग करके कब्ज़ा नहीं दिया गया, जिसके लिए 19 जुलाई, 2021 को तहसीलदार को लिखित प्रार्थना-पत्र उन्होंने दिया। जिस पर तहसीलदार ने तत्काल आदेश जारी किया और 21 जून को आदेश की मूल कापी अरुण सिंह लेखपाल राईबीगो को दे दी गयी, लेकिन लेखपाल उस आदेश पर कुंडली मारकर बैठ गये और आज तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं की, और पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि दूसरा आदेश कराईये और पैरवी करिए।

अधिवक्ता विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि लेखपाल की इस प्रकार की मनमानी के विरुद्ध उन्होंने अध्यक्ष राजस्व बोर्ड और जिलाधिकारी सुलतानपुर को पत्र भेजा है, और लेखपाल से 19 जुलाई, 2021 के पत्र के संबंध में पर लिखित जवाब और कार्यवाही किये जाने संबंधी पत्र भेजा है। उन्होंने यह भी बताया कि पैरवी के पीछे की छिपी मंशा लेखपाल के लोकदायित्व के पद के प्रति संदेह उत्पन्न करने वाला है।