Lakhimpur/Dec Srivastava: जिला अस्पताल में महिला की मौत के बाद नायब तहसीलदार द्वारा दिए गए पोस्टमार्टम के निर्देश पर परिजनों ने हंगामा काटा। मृतका के ससुरालीजन व मायके वाले कोई भी पोस्टमार्टम कराना नहीं चाहते थे। पुलिस के निर्देश पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
ये है मामला
बजाजा शुगर मिल खंभारखेड़ा में कार्यरत मनोज की पत्नी पल्लवी को कुछ समय पहले ब्रेस्ट में गांठ की शिकायत हो गई थी। तीन दिन पहले जिला अस्पताल में उसका आपरेशन हुआ था। आपरेशन के बाद डाक्टरों ने घर भेज दिया था और पति से उसे लाकर पट्टी बदलवाते रहने की सलाह दी थी। मनोज ने बताया कि शनिवार को पत्नी को परेशानी होने लगी। इस पर वह अपनी पत्नी को लेकर दोबारा जिला अस्पताल आया था। यहां पट्टी व इलाज के बाद भी उसकी हालत नहीं सुधरी और उसने दम तोड़ दिया।
नायब तहसीलदार ने दिया पोस्टमार्टम का निर्देश
सूचना पर नायब तहसीलदार जिला अस्पताल आए। परिजनों व डाक्टरों से बयान आदि लेने के बाद उन्होंने शव का पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दे दिए। नायब तहसीलदार ने महिला की मौत पर शंका जाहिर की है। निर्देश के बाद परिजनों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्हें कोई शक नहीं। ससुरालीजनों के साथ मायके पक्ष के लोग भी समर्थन में थे। वह भी बेटी की लाश का पोस्टमार्टम कराने के पक्ष में नहीं थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतका के परिजनों को समझाया-बुझाया और सरकारी कार्रवाई में हस्तक्षेप न करने की हिदायत दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पति की जताई नाराजगी
मृतका के पति मनोज ने नायब तहसीलदार की कार्रवाई पर नाराजगी जताई। उसने आरोप लगाते हुए कहा कि नायब तहसीलदार को उनसे पैसे की चाह थी। जब पैसे की चाह पूरी न हुई तो उन्होंने पोस्टमार्टम के निर्देश दे दिए। मनोज ने बीमारी से पत्नी की मौत होना बताया। हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। पुलिस का कहना है कि बयान में शक पैदा होने पर नायब तहसीलदार ने पोस्टमार्टम के आदेश दिए थे।