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जानिए इस हफ्ते में कौन से वृत्त हैं ख़ास और क्या हैं उनके महत्त्व…

नवंबर महीने के इस सप्ताह की शुरुआत मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि से हो रही है और इस सप्ताह का अंत कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को होगा।

नवंबर के इस सप्ताह में भैरव जयंती और उत्पन्ना एकादशी जैसे प्रमुख व्रत एवं त्योहार आ रहे हैं।

इसके अलावा भी अन्य पर्व हैं। तो चलिए जानते हैं इस सप्ताह के व्रत एवं त्योहार…

19 नवंबर 2019 महाकाल भैरवाष्टमी

19 नवम्बर 2019, मंगलवार को भैरवाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। तंत्र साधना के लिए काल भैरव अष्टमी उत्तम मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भैरव बाबा भगवान शंकर के ही अवतार हैं और कुछ लोग इन्हे शंकर जी का बेटा भी मानते हैं। भैरव साधना करने से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं। यह पर्व भैरव जयंती के नाम से भी प्रसिद्ध है।

22 नवंबर 2019, उत्पन्ना एकादशी व्रत

इस सप्ताह की 22 तारीख शुक्रवार को उत्पन्ना एकादशी का व्रत है। पौराणिक मान्यता के मुताबिक मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को माता एकादशी का जन्म हुआ था। एकादशी माता भगवान विष्णु जी की आदि शक्ति हैं। माता एकादशी ने उत्पन्ना एकादशी की महिमा बताते हुए कहा था जो भक्त आज के दिन व्रत रखेगा, उसे सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी। 

24 नवंबर 2019,  प्रदोष व्रत

24 नवंबर, रविवार को कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन प्रदोष व्रत है। हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत को बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की अराधना की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।