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गंगा दशहरा: जानिए शुभ मुहूर्त और फल प्राप्ति की पूजन विधि

फेस्टिवल डेस्क|

12 जून को गंगा दशहरा  मनाया जा रहा है. इस दिन लोग पवित्र गंगा नदी में स्नान करते हैं और दान-पुण्य के काम करते हैं. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान के बाद पूजा-पाठ और व्रत रखते हैं. गंगा दशहरा के मौके पर हजारों श्रद्धालु हरिद्वार और वाराणसी में गंगा जी में डुबकी लगाते हैं. नदी किनारे हवन और तप करते हैं.   

गंगा दशहरा कब आता है?

हिंदू कैलेंडर के मुताबिक हर साल ज्‍येष्‍ठ माह की शुक्‍ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है. वहीं, अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक गंगा दशहरा मई या जून में आता है. इस बार यह 12 जून को मनाया जा रहा है. 

गंगा दशहरा स्‍नान का शुभ मुहूर्त

इस शुभ मुहूर्त में पूजा, दान और स्नान करें. 
11 जून रात 8:19 से शुरू
12 जून शाम 6:27 तक

1. आमतौर पर गंगा दशहरा गंगा नदी में स्नान कर मनाया जाता है. लेकिन आप किसी भी कारण से गंगा में स्नान ना कर पाएं तो किसी भी नदी या आस-पास मौजूद जलाशय में स्नान करें. आप चाहें तो घर में भी स्नान कर सकते हैं.
2. नहाने के दौरान ‘ऊँ नमः शिवायै नारायण्यै दशहरायै गंगायै नमः’ का जाप करें.
3. इसके बाद  ‘ऊँ नमः शिवायै नारायण्यै दशहरायै गंगायै स्वाहा’ करके हवन करे. 
4. इसके बाद ‘ ऊँ नमो भगवति ऐं ह्रीं श्रीं (वाक्-काम-मायामयि) हिलि हिलि मिलि मिलि गंगे मां पावय पावय स्वाहा.’ इस मंत्र से पांच पुष्पाञ्जलि अर्पण करके भगीरथ हिमालय के नाम- मंत्र से पूजन करें.
5. 10 फल, 10 दीपक और 10 सेर तिल का ‘गंगायै नमः’ कहकर दान करें. साथ ही घी मिले हुए सत्तू और गुड़ के पिण्ड जल में डालें.
6. इसके अलावा 10 सेर तिल, 10 सेर जौ, 10 सेर गेहूं 10 ब्राह्मण को दें.