नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर चलने वाले कैंपेन कई कंपनियों को बनाते हैं तो वहीं कईयों को डुबा भी देते हैं। वहीं जब किसी कंपनी के विरोध में हजारों लोग कैंपेन शुरु कर दें तो यह उस कंपनी के लिए काफी बड़ा सिरदर्द हो सकता है। ऐसा ही एक बड़े सरदर्द का सामना इन दिनों फूड एग्रीगेटर कंपनी जोमैटो और उबर ईट्स कर रही हैं।
Series of events for #BoycottUberEats pic.twitter.com/ybD9GCFb62
— d J ? (@djaywalebabu) August 1, 2019
दरअसल, इन दोनों ही कंंपनियों के खिलाफ सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ट्विटर पर कैंपेन शुरु हो गया है। इस कैंपेन के जरिए लोगों से कंपनी के ऐप को अनइंस्टॉल करने की अपील की जा रही है। कई यूजर्स ने दोनों की कंपनियों के ऐप अनइंस्टॉल कर उसका फोटो भी शेयर किया है। तो कई यूजर कैंपेन के समर्थन में उतर आए हैं।
I uninstalled #ZomatoUninstalled because they don’t have respect on customer, #boycottzomato @ZomatoIN @Zomato @zomatocare pic.twitter.com/SqFWsDr2uQ
— Kaushik Dafda (@kaushik_dafda) August 1, 2019
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इस कैंपेन की शुरुआत तब हुई जब 31 जुलाई को एक यूजर ने जोमैटो से खाना सिर्फ इसलिए कैंसल कर दिया, क्योंकि डिलिवरी राइडर गैर-हिंदू था। इसके जवाब में जोमैटो ने कहा कि ‘खाने का कोई धर्म नहीं होता’। जोमैटो के समर्थन में स्वरा भास्कर जैसे बड़े सितारे उतरे, वहीं उबर इट्स ने भी जोमैटो को सपोर्ट किया। लेकिन इन ऊबर ईट्स को ऐसा करना भारी पड़ गया।
Well, how about this? #BoycottUberEats #boycottzomato #IStandWithAmit pic.twitter.com/X9hYs4mPSK
— Rohit Yadav (@realRohitYadav) August 1, 2019
अब कंपनी के खिलाफ कैंपन शुरु हो चुका है। ट्विटर पर कई यूजर्स पहले से ही जोमैटो के खिलाफ ट्वीट कर रहे थे, वहीं अब उन्होंने उबर को भी निशाने पर ले लिया है। जोमैटो और ट्विटर से नाराज कस्टमर्स गूगल प्ले और ऐप स्टोर पर भी ऐप को 1 रेटिंग दे रहे हैं। इतना ही नहीं, रिव्यू में लोगों ने इस ऐप को खराब रेटिंग देने के लिए लिखा भी है कि ये हिंदुओं के साथ भेदभाव करता है।