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दिग्गज रेटिंग एजेंसी का बड़ा बयान, मंदी की चपेट में नहीं आएगा भारत

नई दिल्ली। भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर चाहे किसी भी तरह की बातें की जा रही हों लेकिन इस बात के आसार कम ही हैं कि मंदी के इस दौरा में भारीतय अर्थव्यवस्था पर कोई खास असर पड़ेगा। हालांकि ग्लोबल इकोनॉमी का इससे बच पाना बेहद मुश्किल है। यह बात दुनिया की जानी मानी रेटिंग एजेंसी ने कही हैं।

अमेरिकी रेटिंग एजेंसी जेपी मॉर्गन के इंडिया इक्विटी रिसर्च हेड का कहना है कि सरकार की ओर से इंफ्रा पर खर्च बढ़ाने का फायदा बैंक और इस सेक्टर की बड़ी सरकारी कंपनियों को मिलेगा। मेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध का भी ग्लोबल इकोनॉमी और ट्रेड पर असर हो रहा है। उन्होंने कहा है कि भारत का ग्लोबल सप्लाई चेन में योगदान बहुत ही कम है।

अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में जेपी मॉर्गन के इंडिया इक्विटी रिसर्च हेड राजेश मैस्करेनस ने कहा है कि अगले दो साल में ग्लोबल इकोनॉमी में मंदी आने की 40 फीसदी आशंका है। यही कारण है कि दुनियाभर के सेंट्रल बैंक अब ब्याज दरों में कटौती कर रहे हैं और सरकारी खर्चों में भी बढ़ोतरी हो रही है।

वहीं उन्होंने भारत के बारे में बात करते हुए कहा है कि इस देश की अर्थव्यवस्था में कंजम्पशन बहुत बड़ा फैक्टर है। इसे निवेश से सपोर्ट मिल रहा है। भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर कहीं अधिक मजबूत है, न कि ट्रेड। इसलिए हमें लगता है कि भारत मंदी में नहीं फंसेगा।