न्यूयॉर्क। विदेश मंत्री जयशंकर ने मंगलवार को पाकिस्तान को टेररिस्तान (आतंकिस्तान) की संज्ञा प्रदान करते हुए कहा कि इस्लामाबाद ने आतंकवाद ढांचा खड़ा कर जम्मू एवं कश्मीर में उपद्रव मचाता है। उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली को पाकिस्तान से बात करने में कोई परेशानी नहीं, लेकिन उस देश से बात नहीं की जा सकती जो आतंकवाद को प्रायोजित करते हैं। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान का आतंक मॉडल अब काम नहीं करेगा। वह अहम मुद्दों का हल आतंकवाद को विधिसम्मत बनाकर करना चाहता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद ने उद्योग का रूप ले लिया है और कश्मीर की स्वायत्तता समाप्त होने से उसका इस उद्योग में 70 साल का निवेश व्यर्थ हो गया है जिससे वह हताश और निराश है।
एशिया पॉलिसी इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष केविन रड के साथ साक्षात्कार में जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर मसले पर समर्थन जुटाने के लिए दुनिया भर से गुहार लगाई, लेकिन हर जगह उससे यही कहा कि वह भारत से सीधी बातचीत करे।
उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर के लिए लागू अनुच्छेद 370 की वजह से कश्मीरी अलग-थलग पड़ कर अलगाववादी बनते जा रहे थे जिनका इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किया जा रहा था।