Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

ज्यादा जीना है तो रखें सकारात्मक सोच… बीमारियों से भी रहेंगे दूर…

 

खाना पीना और रहन सहन हमारे जीवन को प्रभावित करता है। मगर इससे भी ज्यादा मायने रखती है हमारी सोच। जिस सोच के साथ हम जीवन जीते हैं उसी के आधार पर हमारी जिंदगी भी आगे बढ़ती है।

वहीं हाल ही में हुए एक अध्ययन में ये देखने को मिला है कि अच्छा सोचने और सकारात्मक रहने से आप लंबे समय तक जिंदगी का आनंद ले सकते हैं।

इस अध्ययन के मुताबिक आशावादी और सकारात्मक सोच रखने वाले लोग अधिक समय तक जीवित रहते हैं। वहीं जो लोग सकारात्मक नजरिया रखते हैं वो दूर.. तक जीवित रह सकते हैं। ऐसे लोगों में 70% ज्यादा जीने की संभावना होती है।

इस स्टडी में लिखा गया है कि जो लोग सकारात्मक सोच के साथ रहते हैं वो आधा भरा हुआ गिलास देखते हैं। उनकी जिंदगी के साल ज्यादा होते हैं। ऐसे लोगों में ज्यादा संभावना होती है कि वो अपना 85वां जन्मदिन भी देख सकेंगे।

इस मामले पर एक्सपर्ट्स की मानें तो सकारात्मक सोच रखने वाले लोग जिंदगी में आने वाले स्ट्रेस को बेहतर तरीके से डील करते हैं।

कॉन्फिडेंस में होता है इजाफा

सकारात्मक सोच रखने से उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव भी सीमित हो जाता है। उनमें आत्मविश्वास की ऐसी बढ़ोतरी होती है कि ऐसे लोग अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसे जरूर हासिल करने का विश्वास रखते हैं।

हालांकि सिर्फ सकारात्मक सोच रखने से ही नहीं बल्कि हेल्दी जीवन जीने से भी जीवन आगे बढ़ता है। इन सभी चीजों के चलते उनमें कसरत और पौष्टिक खान-पान करने की संभावना अधिक होती है।

एक दशक तक हुई रिसर्च

बॉस्टन यूनिवर्सिटी के रिसर्च्स की मानें तो इस रिसर्च में 70 हजार से भी अधिक महिलाओं को शामिल किया गया। इसमें तीन दशकों तक 1500 पुरूषों पर ये रिसर्च की गई. इस रिसर्च में शामिल महिलाओं की उम्र 56-86 वर्ष थी. जबकि पुरूषों की आयु 41-90 वर्ष थी। रिसर्च में पाया गया कि सकारात्मक अप्रोच रखने वाले 11% पुरूष और 15% महिलाएं लंबा जीवन जीते हैं।

बुजुर्गों में भी जागेगी उम्मीद

इस रिसर्च में जिस तरह के परिणाम सामने आए हैं उसके बाद बुजुर्गों को भी काफी उम्मीद मिलेगी। उन्हें भी सकारात्मक सोच रखने के लिए प्रेरणा मिलेगी। इसके साथ ही जो बुजुर्ग स्वास्थ्य के प्रति प्रोत्साहित करने वाला नजरिया अपनाते हैं वो दूसरों के लिए भी मिसाल बन सकते हैं। अच्छी सोच रखने से बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।