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निजी अस्पताल की अमानवीयता से मानवता हुई शर्मसार, अज्ञात शव को बाहर फेंका

एक तरफ पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ रहा है जिसमें स्वास्थ्य विभाग की खूब तारीफ हो रही है। वहीं कुछ निजी अस्पताल हैं जिनका अमानवीय व्यवहार सामने आ रहा है। ताजा मामला नोएडा सेक्टर 33 स्थित दीपांशी अस्पताल का है।

सोमवार को अस्पताल के गेट पर एक अज्ञात शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक ने प्राइवेट गार्ड के कपड़े पहने हुए थे। मामला सीएमओ और डीएम तक पहुंचा तब तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। सूचना के बाद सीएमओ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच के आदेश दे दिए। बातचीत में सीएमओ को पता चला कि मृतक का इलाज दीपांशी अस्पताल में ही चल रहा था।

मुख्य चिकत्साधिकारी (सीएमओ) दीपक ओहरी ने मंगलवार को बताया कि सोमवार की शाम को मै मामुरा चैकिंग पर था उसी दौरान मुझे सूचना मिली कि दीपांशी के बाहर एक अज्ञात शव पड़ा हुआ है जिसका इलाज दीपांशी में चल रहा था। उसकी उम्र लगभग 35 वर्ष है। मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। दोषियों को सजा जरूर दी जाएगी।

दीपक ओहरी ने जानकारी दी कि मंगलवार को मृतक की पहचान हो पाई है उसका नाम देवानंद भगत है वह सहरसा का रहने वाला है। उन्होने बताया कि डाॅ सचेन्द्र मिश्र प्रभारी सीएचसी बिसरख द्वारा दीपांशी अस्पताल व कर्मचारियों की लापरवाही के संबंध मे थाना सेक्टर 24 में मुकदमा दर्ज कराया गया है।