केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को तबलीगी जमात के मामले में 960 विदेशी लोगों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. साथ ही उनके पर्यटक वीजा भी रद्द कर दिए गए हैं. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देशभर से मरकज सम्मेलन में शामिल हुए तबलीगी जमात और उनके करीबी 9000 लोगों को चिन्हित कर क्वारंटीन में रखा गया है.
गृह मंत्रालय ने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. मंत्रालय ने ट्वीट में लिखा, “गृह मंत्रालय द्वारा पर्यटक वीजा पर तबलीगी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्ट किया गया है और साथ ही उनका भारतीय वीजा भी रद्द कर दिया गया है.”
वहीं दूसरे ट्वीट में मंत्रालय ने लिखा, “गृह मंत्रालय द्वारा तब्लीगी जमात, निजामुद्दीन के मामले में दिल्ली पुलिस और अन्य सम्बंधित राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को विदेशी अधिनियम,1946 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए 960 विदेशियों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.”
गृह मंत्रालय द्वारा पर्यटक वीजा पर तब्लीगी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्ट किया गया है और साथ ही उनका भारतीय वीजा भी रद्द कर दिया गया है।
गृह मंत्रालय द्वारा तब्लीगी जमात, निजामुद्दीन के मामले में दिल्ली पुलिस और अन्य सम्बंधित राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को विदेशी अधिनियम,1946 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम,2005 के प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए 960 विदेशियों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाई करने के निर्देश दिए हैं।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सभी राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तबलीगी जमात के मामलों को खोजने और उनकी जांच कराने को कहा था. इसके बाद अब तक 400 संक्रमित मामले सामने आए हैं, जिसमें तमिलनाडु में 173, राजस्थान में 11, अंडमान निकोबार में 9, दिल्ली में 47, पुडुचेरी में 2, तेलंगाना में 33, जम्मू-कश्मीर में 22, आंध्र प्रदेश में 67 और असम में 16 तबलीगी जमात में शामिल हुए और उनके करीबियों को संक्रमित होने के चलते अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.