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14 सितम्बर 2021 से 21 सितम्बर 2021 तक मनाये जा रहे ‘हिंदी सप्ताह- 2021 समारोह’ , पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के तरफ से ।

पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में 14 सितम्बर 2021 से 21 सितम्बर 2021 तक मनाये जा रहे ‘हिंदी सप्ताह- 2021 समारोह’ के अन्तर्गत आज मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय के बहुद्देशीय हॉल में आयोजित हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित शुभारम्भ कार्यक्रम मंे मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री ने कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ की भूतपूर्व संयुक्त निदेशक डा0 विद्या विन्दु सिंह, को पौधा देकर स्वागत किया तथा दीप प्रज्जवलन कर मॉं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इसके उपरांत मण्डल कला समिति के कलाकारों ने मॉ सरस्वती तथा गणेश वंदना एवं संगीतबद्ध कविता पाठ प्रस्तुत किया।

      अपने स्वागत सम्बोधन में अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (परिचालन) श्री शिशिर सोमवंशी ने कहा कि हिन्दी को राजभाषा का दर्जा 14 सितम्बर 1949 को प्राप्त हुआ, जिसके उपलक्ष्य में इस तिथि को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरकारी कामकाज में हिंदी का प्रयोग हमारे संवैधानिक दायित्व के साथ साथ हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। उन्होने मुख्य अतिथि डा0 विद्या विन्दु सिंह के परिप्रेक्ष्य में कहा कि सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक संस्थाओं से सम्बद्ध रहते हुए हिन्दी साहित्य एवं समाज में अत्यंत सराहनीय कार्य किया है। आपके व्यक्तित्वएवं कृतित्व पर अनेक विश्वविद्यालयों में शोघ कार्य हो रहे है।

      अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मण्डल रेल प्रबन्धक ने कहा कि माननीय रेल मंत्री ने हम सभी को हिंदी दिवस के अवसर पर बधाई दी है। स्वतंत्रता के बाद पूरे देश को एक सूत्र में जोड़ने के लिए संविधान सभा द्वारा 14 सितम्बर 1949 को हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था, हमारा मण्डल सरकारी कामकाज में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग करने की दिशा में प्रगति कर रहा है।

पूर्वोत्तर रेलवे और हमारा लखनऊ मण्डल उस संगठन का हिस्सा है, जो पूर्णतः हिन्दी भाषी क्षेत्र में आता है। इस लिए हम सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का यह महत्वपूर्ण दायित्व है कि हम अपना शत प्रतिशत सरकारी कामकाज राजभाषा हिंदी में करें और पूरे भारतीय रेल में सर्वोत्तम उदाहरण बनें। कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी हमें नई तकनीकों के प्रयोग करने में तत्परता प्रदर्शित करनी चाहिए। इसी दिशा में लखनऊ मण्डल में यात्री सुविधा संबंधी समस्त कार्य व सूचनाएॅं प्रदान करने में राजभाषा हिंदी का अधिकतम प्रयोग किया जा रहा है।

      कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, डा0 विद्या विन्दु सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि हिंदी दिवस को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाना चाहिए। हिंदी भाषा राष्ट्रचेतना की सम्वाहिका के रूप में कार्य करती है। हिंदी के प्रचार एवं प्रसार में रेलवे विभाग की भूमिका अतुलनीय एवं अनुकरणीय है। रेलगाड़ी के सामान्य श्रेणी के डिब्बे में पूरा भारत यात्रा करता है जो सम्बन्धों को जोड़ने का कार्य करता है। हिन्दी हमारी मॉ के समान है। यदि भाषा नष्ट हो जायेगी तो आपकी संस्कृति नष्ट हो जायेगी।

      कार्यक्रम का सफल संचालन श्री शैलेश श्रीवास्तव ने किया तथा कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा अधिकारी व जनसम्पर्क अधिकारी श्री महेश गुप्ता द्वारा किया गया।पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में 14 सितम्बर 2021 से 21 सितम्बर 2021 तक मनाये जा रहे ‘हिंदी सप्ताह- 2021 समारोह’ के अन्तर्गत आज मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय के बहुद्देशीय हॉल में आयोजित हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित शुभारम्भ कार्यक्रम मंे मण्डल रेल प्रबन्धक डा0 मोनिका अग्निहोत्री ने कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ की भूतपूर्व संयुक्त निदेशक डा0 विद्या विन्दु सिंह, को पौधा देकर स्वागत किया तथा दीप प्रज्जवलन कर मॉं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इसके उपरांत मण्डल कला समिति के कलाकारों ने मॉ सरस्वती तथा गणेश वंदना एवं संगीतबद्ध कविता पाठ प्रस्तुत किया।
अपने स्वागत सम्बोधन में अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (परिचालन) श्री शिशिर सोमवंशी ने कहा कि हिन्दी को राजभाषा का दर्जा 14 सितम्बर 1949 को प्राप्त हुआ, जिसके उपलक्ष्य में इस तिथि को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरकारी कामकाज में हिंदी का प्रयोग हमारे संवैधानिक दायित्व के साथ साथ हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। उन्होने मुख्य अतिथि डा0 विद्या विन्दु सिंह के परिप्रेक्ष्य में कहा कि सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक संस्थाओं से सम्बद्ध रहते हुए हिन्दी साहित्य एवं समाज में अत्यंत सराहनीय कार्य किया है। आपके व्यक्तित्वएवं कृतित्व पर अनेक विश्वविद्यालयों में शोघ कार्य हो रहे है।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मण्डल रेल प्रबन्धक ने कहा कि माननीय रेल मंत्री ने हम सभी को हिंदी दिवस के अवसर पर बधाई दी है। स्वतंत्रता के बाद पूरे देश को एक सूत्र में जोड़ने के लिए संविधान सभा द्वारा 14 सितम्बर 1949 को हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था, हमारा मण्डल सरकारी कामकाज में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग करने की दिशा में प्रगति कर रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे और हमारा लखनऊ मण्डल उस संगठन का हिस्सा है, जो पूर्णतः हिन्दी भाषी क्षेत्र में आता है। इस लिए हम सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का यह महत्वपूर्ण दायित्व है कि हम अपना शत प्रतिशत सरकारी कामकाज राजभाषा हिंदी में करें और पूरे भारतीय रेल में सर्वोत्तम उदाहरण बनें। कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी हमें नई तकनीकों के प्रयोग करने में तत्परता प्रदर्शित करनी चाहिए। इसी दिशा में लखनऊ मण्डल में यात्री सुविधा संबंधी समस्त कार्य व सूचनाएॅं प्रदान करने में राजभाषा हिंदी का अधिकतम प्रयोग किया जा रहा है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, डा0 विद्या विन्दु सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि हिंदी दिवस को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाना चाहिए। हिंदी भाषा राष्ट्रचेतना की सम्वाहिका के रूप में कार्य करती है। हिंदी के प्रचार एवं प्रसार में रेलवे विभाग की भूमिका अतुलनीय एवं अनुकरणीय है। रेलगाड़ी के सामान्य श्रेणी के डिब्बे में पूरा भारत यात्रा करता है जो सम्बन्धों को जोड़ने का कार्य करता है। हिन्दी हमारी मॉ के समान है। यदि भाषा नष्ट हो जायेगी तो आपकी संस्कृति नष्ट हो जायेगी।
कार्यक्रम का सफल संचालन श्री शैलेश श्रीवास्तव ने किया तथा कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा अधिकारी व जनसम्पर्क अधिकारी श्री महेश गुप्ता द्वारा किया गया।