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हरियाणा किसान मंच 28 जनवरी से उपायुक्त कार्यालय पर लगाया जाएगा पक्का मोर्चा

सिरसा। किसानों की मांगों को लेकर प्रशासन व सरकार द्वारा कोई गंभीरता न दिखाने के विरोध स्वरूप हरियाणा किसान मंच की ओर से 28 जनवरी से लघु सचिवालय में पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। इसी को लेकर हरियाणा किसान मंच की टीम ने प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा के नेतृत्व में शनिवार को जिले के कालांवाली, झोरडऱोही, कुरंगावाली, कमाल, पक्का शहीदां, दादू, सिंघपुरा सहित अनेक गांवों का दौरा किया और किसानों से 28 जनवरी को सिरसा में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया। भारूखेड़ा ने बताया कि गुलाबी सुंडी व बेमौसमी बरसात के कारण किसानों की लगभग फसलें चौपट हो गई थी, जिसका सरकार ने अभी तक मुआवजा नहीं दिया है। मुबावजा न मिलने के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मुआवजे को लेकर कई बार सरकार को किसान अवगत करवा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। भारूखेड़ा ने कहा कि बार-बार अवगत करवाने के बाद भी सरकार व प्रशासन ने किसानों की समस्याओं के प्रति कोई गंभीरता नहीं दिखाई, जिसके चलते मजबूरन उन्हें पक्का मोर्चा लगाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की समस्याओं का हल नहीं होता, किसान यहां से टस से मस नहीं होंगे। इस मौके पर सतपाल सिंह सिरसा, लखा सिंह अलीकां, गुरदीप सिंह बाबा, जरनैल अलीकां, नैब मलड़ी, अनिल चामल, वेद चामल, जिंदा नानुआना, हरदेव सिंह खालसा, कुलवीर लहंगेवाला, अंग्रेज, रोशन अलीकां, हरविंदर केसुपुरा, दलीप रायपुरिया, सुखविंदर धर्मपुरा, भगवंत सिंह झोरडऱोही, बलवंत सिंह सहित अन्य किसान उपस्थित थे।

ये हैं किसानों की प्रमुख मांगें:

गुलाबी सुंडी से खराब हुई नरमे की फसल का मुआवजा दिया जाए व बकाया बीमा क्लेम की राशि भी दी जाए। नहरी पानी में कटौति करके नहरें महीने में सात दिन चलाई जा रही हैं, जबकि पहले 15 दिन नहरें चलती थी। किसानों के ट्यूबवैल के कनैक्शन जारी किए जाएं। हाल ही में यूरिया खाद की कमी के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यूरिया उपलब्ध करवाई जाए। बुढ़ापा पेंशन में कटौति की जा रही है, जिन लोगों की पेंशन बंद की गई है, उसे पुन: बहाल किया जाए। आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हैल्पर, पीटीआई अध्यापकों की मांगों को पूरा किया जाए। पक्के खाल बनाने पर फव्वारा सिस्टम की शर्तांे को हटाया जाए।