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दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से महामाई के गुणगान का कार्यक्रम का भव्य आयोजन

सिरसा। (सतीश बंसल )दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से दो दिवसीय  कोर्ट कॉलोनी में महामाई के गुणगान का कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन महामाई के गुणगान में वार्ड पांच की पार्षद सुमन शर्मा पहुंची। उन्होने कहा‌ कि डीजेजेएस द्वारा हर साल नवरात्रों के उपल0य में महामाई का गुणगान किया जाता है। जो सबसे अलग तरीके से प्रस्तुत की किया जाता है। महामाई के गुणगान में सिर्फ भजन ही नहीं। अपितु गौढ़ रहस्यों पर चर्चा की जाती है।

 जिसमें सर्व श्री आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी पंकजा भारती ने बताया कि नवरात्रों की इन दिनों में देवी के तीन रूपों को उपासना करने की भी परंपरा है यह तीन रूप मां दुर्गा मां लक्ष्मी मां शारदा इनकी परंपरागत उपासना के पीछे भी गुड संदेश दिया है देवी दुर्गा शक्ति का प्रतीक है लक्ष्मी जी धन ऐश्वर्या वैभव का प्रतीक है तो तो शारदा सर्वोत्तम विद्या ब्रह्मा ज्ञान का सजने तंग करती है इन तीनों देवियों के पूजन का विधान शक्ति वैभव ज्ञान के संबंध की महत्व पर प्रकाश डालता है नवरात्रों के पर्व के पीछे मां के अध्याय निक रहस्य छिपे हैं देवी मां क यह दिन 9 दिन तक ही क्यों मनाए जाते हैं मानेयू तो बहुत सी लीलाएं की पर जब वह शक्ति इस धरती पर आई तब धर्म की स्थापना हुई धरती पर महेश आदि असुरों का अंकुरण था तब वह पर्थ शक्ति मां दुर्गा का विकराल रौद्र रूप धारण कर प्रकट हुई। और उन देत्यों से भीश्ण संग्राम किया। यह संग्राम नौ दिन और नौ रात लगातार चलता रहा। मां ने महिषा सुर का मदेन कर अपना विजय नाद उदघो‌षित किया। तब से नौ दिन ‌नवरात्रों के रूप में देवीमां की पूजा वंदना की जाती है।