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पूर्वसीएम अखिलेश यादव ने शनिवार को आजमगढ़  के विधायकों, निवर्तमान जिलाध्यक्ष और अन्य नेताओं के साथ पार्टी कार्यालय पर की बड़ी बैठक

पूर्वसीएम अखिलेश यादव ने शनिवार को आजमगढ़  के विधायकों, निवर्तमान जिलाध्यक्ष और अन्य नेताओं के साथ पार्टी कार्यालय पर बड़ी बैठक की। इस बैठक में लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी रहे धर्मेंद्र यादव  भी मौजूद रहे। हाल ही में हुए लोकसभा के उपचुनाव में सपा का गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ में बीजेपी ने कमल खिलाया है। इसके बाद से लगातार इस सीट की समीक्षा और 2024 को लेकर रणनीति बन रही है। बैठक में पार्टी के सदस्यता अभियान को लेकर भी चर्चा हुई। आजमगढ़ से सपा विधायक और पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेताजी मुलायम सिंह यादव का आजमगढ़ में बहुत विश्वास है। वहां से मुलायम सिंह यादव ने चुनाव जीता और सपा अध्यक्ष ने भी वहां से चुनाव लड़ा और ऐतिहासिक जीत हासिल की। अभी उनकी जगह सीट खाली होने पर जो चुनाव हुआ। उसमें हम कुछ वोटों से हारे इसके लिए सबको दुख है। उसी के लिए शनिवार को बुलाई गई थी। सबको साहस और हिम्मत से काम करने का संदेश दिया।

पूर्वांचल में शुरू होने वाली पदयात्रा और ओम प्रकाश राजभर के इस बयान के सुभासपा की वजह से सपा पूर्वांचल में इतनी सीटें जीत पाई, पर भी दुर्गा प्रसाद यादव ने जवाब दिया। उन्होंने कहा है कि यह बात सही नहीं है कि उनके समाज के लोग उनके साथ हैं। दुख-सुख में तो हम भी उनके साथ हैं। जो दुख-सुख में रहेगा किसी समाज को मदद करेगा तो वह आपके साथ रहने का काम करता है। सपा तो अकेले दम पर चुनाव लड़ी और जीतने का काम किया है। 2012 में लड़ी थी और सरकार बनाई। पूर्वांचल में सबसे बढ़िया सीट दी है। उन्होंने कहा कि यह संजोग रहा की कुछ वोट से इस बार हार गए, यह उपचुनाव था। प्रत्याशी ने बहुत मेहनत की, चुनाव कहां से मिस हुआ इसकी हमें भी तकलीफ है। दुर्गा यादव ने कहा कि आजमगढ़ ऐतिहासिक जिला रहा है। समाजवादियों का गढ़ रहा है और रहेगा। 2024 में दोनों लोकसभा सीट जीत कर दिखाएंगे। अखिलेश यादव पहले भी चुनावी मैदान में नजर आए, आगे भी आएंगे। अगर थोड़ा सा हमारा वोट बढ़ा होता तो हम सरकार बना लेते।