समाजवादी पार्टी के मुखिया ने सिपाही मनोज कुमार का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि महोत्सव के नाम पर भूखोत्सव क्यों? मेस के खाने पर सवाल उठाने वाले सिपाही मनोज कुमार को पांच दिन का अवकाश दे दिया गया है, तो वहीं इस प्रकरण में विपक्षी दल ने योगी सरकार को घेरने का काम शुरू कर दिया है। इस मामले की जांच सीओ लाइन हीरालाल कन्नोजिया को सौंपी गई है। सीओ जांच कर रहे हैं कि मेस का खाना वास्तव में खराब था या फिर सिपाही के द्वारा बिना बजह सवाल उठाया जा रहा है। इसके साथ ही सिपाही की नौकरी नियमावली की जांच भी की जा रही है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी फिरोजाबाद की पुलिस लाइन के सम्मन सेल में तैनात सिपाही मनोज कुमार द्वारा मेस के खाने पर उसके वीडियो को ट्वीट कर लिखा है कि अमृत महोत्सव के शोर शराबे में भूख से रोते पुलिस वाले की बात सुनने वाला कोई है क्या..। महोत्सव के नाम पर भूखोत्सव क्यों के साथ वीडियो शेयर किया है।
अमृत महोत्सव के छद्म उत्सव के शोर शराबे में भूख से रोते यूपी के पुलिसवाले की बात सुननेवाला कोई है क्या?
महोत्सव के नाम पर भूखोत्सव क्यों? pic.twitter.com/rvol6APLoG
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 11, 2022
पुलिस कार्यालय के सम्मन सेल में तैनात सिपाही मनोज कुमार का मेस के खाने पर सवाल उठाते हुए बुधवार को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। सिपाही इस दौरान रोटी दिखाते हुए कह रहा था कि आखिर ऐसे खाना कैसे खाऊं। एसएसपी आशीष तिवारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच सीओ लाइन हीरालाल कनौजिया को सौंप दी है। इधर आरोप लगाने वाले सिपाही मनोज कुमार को पांच दिन का अवकाश दे दिया गया है।