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खेल मंत्रालय ने ऐतिहासिक फैसला, पद्म सम्मान के लिए इस बार भेजे गए केवल महिलाओं के नाम

नई दिल्ली। भारतीय इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जो काम शायद आज से पहले कोई भी सरकार नहीं कर सकी। दरअसल खेल मंत्रालय ने इस बार देश के दूसरे सबसे उच्च सम्मान यानी पद्म विभूषण के लिए एक महिला एथलीट के नाम की घोषणा की है। इसके लिए खेल मंत्रालय ने छह बार की वर्ल्ड चैंपियन महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम के नाम का चयन किया है।

गौरतलब हो कि एमसी मैरीकॉम का नाम भारत की सबसे दिग्गज महिला मुक्केबाज के रूप में दर्ज है। उन्हें भारत सरकार पहले ही 2013 में पद्म भूषण और 2006 में पद्मश्री से सम्मानित कर चुकी है। वहीं इस बार उन्हें पद्म विभूषण सम्मान से नवाजे जाने की तैयारी की जा रही है। यही नहीं खेल मंत्रालय ने इस बार एक और दिलचस्प काम किया है।

दरअसल मंत्रालय ने इस बार नौ एथलीटों के नाम पद्म पुरस्कारों के लिए आगे किए हैं। इसकी सबसे खास बात यह है कि इनमें सभी नाम महिलाओं के ही शामिल हैं। इस बार किसी भी पुरुष को इसके लिए नहीं चुना गया है। मंत्रालय ने ओलंपिक में रजत पदक विजेता और वर्ल्ड चैंपियन पीवी सिंधु के नाम की सिफारिश पद्म भूषण पुरस्कार के लिए की है। ये देश का तीसरा सर्वोच्च सम्मान है।

हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब सिंधु का नाम इस पुरस्कार के लिए आगे किया गया है। इससे पहले 2017 में भी इस पुरस्कार के लिए उनका नाम आगे किया गया था लेकिन सिंधु अंतिम सूची में जगह नहीं बना सकी थीं। उनके अलावा खेल मंत्रालय ने कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिक बत्रा, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की टी20 कप्तान हरमनप्रीत कौर, हॉकी कप्तान रानी रामपाल, पूर्व निशानेबाज सुमा शिरूर और पर्वतारोही जुड़वा बहने ताशी और नुंगशी मलिक का नाम पद्म पुरस्कारों के लिए आगे किया है।