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ड्रग फ्री सिरसा : खिलाड़ी समाज को नशा मुक्त करने में दे सकते हैं महत्वपूर्ण योगदान : मक्खन सिंह

सिरसा

समाज को जोड़ने का काम करते हैं और खिलाड़ी अपने खेल के माध्यम से समाज में फैली बुराइयों को मिटाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। आज समाज में फैली नशा रुपी बीमारी को मिटाने में हर व्यक्ति का सहयोग जरुरी है और खेलों में युवाओं के रुझान को बढ़ावा देकर नशे को जड़ से उखाड़ा जा सकता है।

यह बात लेखाकार मक्खन सिंह ने मंगलवार को स्थानीय शहीद भगत सिंह स्टेडियम में ड्रग फ्री सिरसा मुहिम के तहत आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने खिलाड़ियों व आमजन को नशा जागरूकता के पंपलेट भी वितरित किए तथा जिला सिरसा को नशा मुक्ति बनाने में सहयोग की शपथ भी दिलवाई। इस मौके पर जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी शमशेर सिंह, अधीक्षक सतीश कुमार, कोच खजान सिंह, रणजीत सिंह, रेशम सिंह, कर्ण सिंह, सुरेंद्रजीत सिंह, अर्चना, प्रियंका, अनिल, सोमवीर मौजूद थे।

लेखाकार मक्खन सिंह ने खिलाड़ियों में जोश भरते हुए कहा कि युवाओं के पास नई सोच होती है, इस सोच के साथ सभी युवाओं को आगे आकर जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए ड्रग फ्री सिरसा मुहिम में योगदान देते हुए जिला को नशा मुक्त बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि जैसे आप खेलों में देश व प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं, उसी प्रकार आप इस मुहिम से जुड़कर जिला का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं तो नशे से बचे ही, साथ ही समाज को नशा मुक्त बनाने में अपना योगदान दें। युवा देश का भविष्य होते हैं, यदि युवा सुरक्षित होगा तो देश भी सुरक्षित होगा।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय नागरिक अस्पताल व कालांवाली में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो भी व्यक्ति आपकी जानकारी में नशा करता है, उनका उपचार इन केंद्रों में नि:शुल्क करवाएं। इन केंद्रों में नशा बीमारी से ग्रस्त लोगों का नि:शुल्क इलाज काउंसिल की जाती है। किसी भी व्यक्ति को अपने आस-पास नशा से पीड़ित व्यक्ति मिले, उसे नशा मुक्ति केंद्र में लाने में सहयोग करें।

उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नं. 1800-11-0031 जारी किया गया है, जिस पर नशा से ग्रस्त व्यक्ति की काउंसिल व पुनर्वास केंद्रों में जानकारी दी जाती है। इसके अलावा जो व्यक्ति नशे में लिप्त हो चुका है, उसके परिजनों को समझाएं तथा समय रहते उनका उपचार करवाएं ताकि ऐसे व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा में पुन: जोड़ा जा सके। नागरिक नशा बेचने वालों की गुप्त सूचना भी जिला व पुलिस प्रशासन को दें ताकि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।