सिरसा। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय जिला कारागार में अपने स्वास्थ्य जाग्रति कार्यक्रम आरोग्य के अंतर्गत विलक्षण योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान की ओर से आशुतोष महाराज के शिष्य योगाचार्य स्वामी विज्ञानानंद ने भारतीय संस्कृति की अमूल्य निधि योग की महानता से परिचित कराते हुए कैदी बन्धुओं को बताया कि बिना किसी समस्या के जीवन भर तंदुरुस्त रहने का सबसे अच्छा, सुरक्षित, आसान और स्वस्थ तरीका योग ही है। इसके लिए केवल शरीर के क्रियाकलापों और श्वास लेने के सही तरीकों का नियमित अभ्यास करने की आवश्यकता है।
स्वामी ने पतंजलि योग सूत्र के अनुसार उपस्थित कैदी बन्धुओं को सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, दण्डासन, कटिचक्रासन, अद्र्ध चंद्रासन, द्विचक्रिकासन, भुजंगासन, नाड़ी शोधन, अनुलोम विलोम प्राणायाम इत्यादि का विधिवत् अभ्यास करवाते हुए इनके वैज्ञानिक पक्ष द्वारा दैहिक लाभों से परिचित भी करवाया। भारतीय संस्कृति की मर्यादा बनाये रखते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ कारगार उप अधीक्षक मोहन सिंह, सुरेश सिंगला व राजेश दुआ ने ज्योति प्रज्वलित कर किया। साथ ही संस्थान द्वारा पर्यावरण विकास को समर्पित संरक्षण प्रकल्प के अंतर्गत स्वामी विज्ञानानंद ने कारागार उप अधीक्षक मोहन सिंह के साथ मिल कर कारागार परिसर में पौधारोपण भी किया। विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ सभी बन्धुओं ने दैहिक आरोग्यता से परिपूर्ण कार्यक्रम का पूर्ण: लाभ प्राप्त किया