Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

ददरी मेला : चेतक प्रतियोगिता में आजमगढ़ का घोड़ा अव्वल

 

बलिया। ऐतिहासिक ददरी मेला में शुक्रवार को आयोजित चेतक प्रतियोगिता का विजेता आजमगढ़ का घोड़ा बना। बिहार के बक्सर का घोड़ा ‘बोल्ट’ उपविजेता व देवरिया का घोड़ा ‘मधु’ तीसरे स्थान पर रहा। विजेता घुड़सवारों को सांसद वीरेन्द्र सिंह ‘मस्त’ ने शील्ड दी।

ददरी मेला में प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाली चेतक प्रतियोगिता का इंतजार यहां लोगों को साल भर रहता है। इस बार भी रफ्तार के लाखों दीवानों की मौजूदगी में 29 घोड़ों ने दौड़ में भाग लिया। रोमांच से भरपूर चेतक प्रतियोगिता का उद्घाटन सांसद वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’ ने किया। प्रतियोगिता में फाइनल राउंड से पहले चार लीग राउंड कराये गए। प्रत्येक लीग राउंड में घोड़े तीन चक्र दौड़े।

प्रथम लीग राउंड में जैसे ही घुड़सवारों को हरी झंडी दिखाई गई तो दर्शकों में रोमांच हिलोरे मारने लगा। इस राउंड में बक्सर बिहार के दयाशंकर चौबे के घोड़े ने बाजी मारी। दूसरे लीग राउंड में पहले स्थान पर बक्सर के मधु सिंह का घोड़ा प्रथम व बक्सर के ही अजय सिंह का घोड़ा दूसरे स्थान पर रह। तीसरे लीग राउंड में सिवान बिहार के आमोद प्रियदर्शी के घोड़े ने पहला स्थान हासिल किया। जबकि गाजीपुर के रामनारायण सिंह का घोड़ा दूसरे स्थान पर रह। अंतिम लीग राउंड में आजमगढ़ के संतोष यादव के घोड़े ने सबको पछाड़ते हुए बाजी मार ली। देवरिया के मोहम्मद शेर अली का घोड़ा शानदार प्रदर्शन के बावजूद दूसरे नम्बर पर रहा।

लीग राउंड के बाद रेसकोर्स के चारों तरफ जुटे दर्शक रोमांच से भर गए जिन्हें काबू में करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। फाइनल राउंड की शुरुआत होते ही खूब शोर होने लगा। चौथे लीग राउंड में ही आजमगढ़ के संतोष सिंह यादव के घोड़े ‘बकाठू’ ने अपनी सधी चाल देकर दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था। फाइनल राउंड में 29 नम्बर बैज लगे घुड़सवार विकास यादव ने अपने घोड़े ‘बकाठू’ के साथ पहले चक्र से जो बढ़त बनायी तो अंत तक कायम रही। घुड़सवार विकास यादव के घोड़े ‘बकाठू’ को देवरिया के मोहम्मद शेर अली खान के घोड़े ‘मधु’ के घुड़सवार तीन नम्बर बैज लगे दीपक यादव ने शानदार ढंग से चुनौती दी।

दूसरे चक्र तक विकास सबसे आगे और उसके ठीक पीछे दीपक अपने घोड़े के साथ था। दीपक के बाद बक्सर के अजय सिंह के घोड़े ‘बोल्ट’ के घुड़सवार विकास ने भी खूब दम भरा। बोल्ट तीसरे नम्बर पर चल रहा था। तीसरे चक्र में आधी दूरी तय करने के बाद देवरिया के शेर अली के घोड़ा ‘मधु’ जैसे ही पलटा, घुड़सवार दीपक यादव नीचे गिर पड़ा। इसके बावजूद वह अंतिम चक्र में दूसरे नम्बर पर रहा।

हालांकि जमीन पर गिर जाने से तीसरे नम्बर पर फिनिश लाइन को छूने वाले बक्सर के घोड़े ‘बोल्ट’ को उपविजेता व अंतिम चक्र में सबसे पहले फिनिश लाइन पर पहुंचने वाले आजमगढ़ के संतोष सिंह के घोड़े ‘बकाठू’ के घुड़सवार विकास को विजेता की शील्ड मिली। इस मौके पर चेयरमैन अजय कुमार, एडीएम रामआसरे, एएसपी संजय कुमार व प्रतिसार निरीक्षक अरुण सिंह आदि थे।

दर्शकों को खूब भायी विजय की कमेंट्री

ददरी मेला के चेतक प्रतियोगिता के संचालन की जिम्मेदारी मशहूर मंच संचालक विजय बहादुर सिंह कौशिक को दी गई थी। जिन्होंने अपनी भूमिका का बखूबी निर्वाह किया। विजय ने घोड़ों की चाल के साथ शानदार ढंग से आंखों देखा हाल सुनाया तो दर्शकों में रोमांच का संचार हुआ। विजय के कमेंट्री की भी खूब वाहवाही हुई।

चेतक ‘मधु’ ने जीता सबका दिल

‘गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में। वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले।
मंजिल मिल ही जायेगी भटकते ही सही,
गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं।’ ये पंक्तियां शुक्रवार को ददरी मेला के चेतक प्रतियोगिता में काफी हद तक चरितार्थ होती दिखीं। दरअसल, चेतक प्रतियोगिता के फाइनल राउंड में तीसरे चक्र के दौरान तीन नम्बर बैज लगा घुड़सवार दीपक देवरिया के शेर अली के घोड़े ‘मधु’ की पीठ से अचानक गिर गया। घुड़सवार के गिरते ही घोड़ा ‘मधु’ ठीक वहीं अपने कदम रोक लिया। घुड़सवार दीपक बिजली की गति से अपने घोड़े पर दोबारा सवार हो गया। अंतिम चक्र में दीपक के घोड़े मधु ने दूसरे नम्बर पर फिनिश लाइन को छुआ। यह दृश्य देख लोग अचंभित हो गए। हालांकि घुड़सवार के गिरने के कारण मधु को तीसरे नम्बर पर कर दिया गया। चेतक प्रतियोगिता देखने आए सभी लोग घोड़े मधु की चर्चा करते निकले।