कानपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे से पहले गुरुवार को तैयारियों का जायजा लेने कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ सेल्फी ली। उनका यह अलग अंदाज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
नमामि गंगे परियोजना की प्रगति के निरीक्षण के लिए कानपुर पहुंचे @CMYogiAdityaNat ने सीसामऊ में बने 'सेल्फी पॉइंट' पर अपनी पहली 'सेल्फी' क्लिक की। pic.twitter.com/IKTw0SMvgt
— CM Yogi Adityanath Ji (@CMYogiAdityaNat) December 12, 2019
प्रधानमंत्री 14 दिसम्बर को कानपुर के गंगा बैराज पर ‘नमामि गंगे’ के तहत हुए कार्यों का निरीक्षण करने आ रहे हैं। उनके आने से पहले तैयारियों का जायजा लेने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर पहुंचे। यहां पर उन्होंने जलीय निरीक्षण किया और सीसामऊ के नाले को डायवर्ट कर बनाए गये सेल्फी प्वांइट पर पहली बार जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह के मोबाइल से सेल्फी ली। इस दौरान तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री के चेहरे पर खुशी साफ दिखी।
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले गंगा बैराज स्थित अटल घाट का हवाई निरीक्षण किया। उनका उड़नखटोला बैराज के आसपास कई चक्कर घूमा और उन्होंने नीचे गंगा पर नाले के डायवर्जन सहित सफाई को लेकर हुए कार्यों का जायजा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री का उड़नखटोला चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में बने हैलीपेड पर उतरा। वहां से वह सड़क मार्ग से गंगा बैराज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सड़क मार्ग पर बनी धार्मिक व एतिहासिक वॉल पेटिंग देखकर खुशी व्यक्त की।
बैराज पहुंचकर मुख्यमंत्री ने अटल घाट की सौन्दर्यता को देखा। यहां पर उन्होंने बोट से गंगा में गिरने वाले 128 साल पुराने सबसे बड़े नाले के किये गए डायवर्जन का निरीक्षण किया। सूखा नाला व उसके आसपास सफाई देखकर मुख्यमंत्री पूरी तरह से संतुष्ट दिखे। उनके साथ मौजूद जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह के मोबाइल से मुख्यमंत्री ने चिरपरिचित अंजाज में चेहरे पर मुस्कान के साथ सीसामऊ नाला के सामने प्वांइट पर पहली बार सेल्फी ली। मुख्यमंत्री की सेल्फी में कैबिनेट मंत्री कमलरानी वरूण, नीलिमा कटियार और महापौर प्रमिला पांडेय भी रहीं।
स्कूली छात्र को दिया ऑटोग्राफ
निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने गंगा को लेकर आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेने वाले स्कूली छात्रों से भी मुलाकात की। इस दौरान अगस्त नाम के छात्र ने मुख्यमंत्री का ऑटो ग्राफ मांगा। मुख्यमंत्री ने भी हंसते हुए बच्चों के बीच पहुंचकर उनसे बातचीत की और हालचाल जानते हुए ऑटोग्राफ दिया।