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शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम सामने आने के बाद चटर्जी वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी बुधवार को इस्तीफे से संबंधित सवाल पूछे जाने पर भड़क गए और इसके जवाब में तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसकी जरूरत क्या है? शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम सामने आने के बाद चटर्जी वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में हैं। कोलकाता के जोका में स्थित ईएसआई अस्पताल के बाहर मीडिया ने उनसे सवाल किये, जहां आज सुबह चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को ईडी की पूछताछ से पहले नियमित जांच के लिए ले जाया गया था। चटर्जी को केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया और वहां से करीब दो घंटे बाद केंद्रीय एजेंसी उन्हें शहर के सॉल्ट लेक इलाके में स्थित सीजोओ कॉम्प्लेक्स के ईडी कार्यालय ले गई।मीडिया द्वारा पूछे गए इस सवाल पर कि क्या वह मंत्री पद से इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं, गुस्से से तमतमाए चटर्जी ने कहा, (इस्तीफा देने की) जरूरत क्या है? ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि स्कूलों में अनियमितता की जांच के संबंध में चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के विभिन्न परिसरों पर बुधवार को छापेमारी की गई। उन्होंने कहा कि राजदंगा और बेलघरिया समेत कुछ स्थानों पर छापेमारी की जा रही है जहां अर्पिता की सम्पत्तियां पाई गई हैं। अधिकारी ने कहा, ‘हमने बेलघरिया (शहर के उत्तरी हिस्से) में अर्पिता के कुछ फ्लैट का पता लगाया है और (दक्षिणी हिस्से में) राजदंगा में एक अन्य फ्लैट का पता लगाया है। हमारे अधिकारी वहां तलाशी ले रहे हैं।’ अधिकारी ने कहा कि बेलघरिया में अर्पिता के दो में से एक फ्लैट को खोलने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन उसकी चाबी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि मुखर्जी जांच में सहयोग कर रही हैं लेकिन मंत्री का ‘रवैया असहयोगात्मक’ है। चटर्जी इस समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीत पश्चिम बंगाल सरकार के संसदीय कार्यमंत्री हैं।