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उप्र में फिर बारिश के आसार, तापमान में गिरावट से बढ़ेगी ठंड

 

लखनऊ। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बीते दिनों हुई रिमझिम बारिश का असर मौसम में अभी भी देखने को मिल रहा है। रविवार सुबह की शुरुआत भी ठंड और गलन से हुई और सूरज बादलों के ​पीछे छिपा रहा। दोपहर बाद तक यही स्थिति रही और लोग धूप को तरसते रहे। कुछ स्थानों पर बादलों के बीच सूर्यदेव ने दर्शन दिए।

मौसम विभाग के मुताबिक पुरवा हवाओं के कारण ठिठुरन की स्थिति बनी हुई है और कोहरे के कारण दृश्यता भी कम है। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक जे.पी. गुप्ता ने बताया कि बीते चौबीस घंटों के दौरान कानपुर, झांसी डिवीजनों पर दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई और राज्य में शेष डिवीजनों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान इलाहाबाद में 21.1 डिगी सेल्सियस दर्ज किया गया। मेरठ मंडल में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई और राज्य के शेष हिस्सों में अधिक बदलाव की स्थिति नहीं रही। राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.1 डिगी सेल्सियस मुजफ्फरनगर में दर्ज किया गया।

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक जनवरी में अब तक राजधानी लखनऊ समेत अनेक शहरों में भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। हालांकि जिन मौसमी सिस्टमों के कारण प्रदेश में बीते दिनों बारिश हुई, अब वह निष्प्रभावी हो गए हैं। अगले चौबीस से अड़तालीस घंटों में राज्य के कुछ स्थानों पर घना कोहरा देखने को मिलेगा। सामान्य तौर पर सभी जनपदों में मौसम साफ और शुष्क रहने की सम्भावना है। हालांकि ठंडी उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने के कारण अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है।

21 जनवरी से फिर से पूर्वी आर्द्र हवाएं राज्य पर पहुंचेगी और पंजाब से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक एक ट्रफ बनेगी। इस वजह से तराई के जनपदों में हल्की बारिश की सम्भावना बनी रहेगी। उत्तर पश्चिमी जिलों में तेज बारिश की भी हो सकती है। हालांकि ये बारिश बीते दिनों जितनी नहीं होगी। 22 जनवरी से फिर से प्रदेश के शहरों में मौसम साफ हो जाएगा और ठंडी उत्तर पश्चिमी हवाएं चलना शुरू होंगी। न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण शीतलहर का असर देखने को मिल सकता है।