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त्रिपुरा में किशोरी से महीनों तक दुष्कर्म करने के बाद जिंदा जलाया

 

 

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दुष्कर्म पीड़ित युवती को जलाकर मार डालने की घटना के बाद त्रिपुरा में भी 17 साल की लड़की के साथ रेप के बाद जला देने की खबर सामने आई है। आरोपित के पड़ोसियों ने पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया। जहां पीड़िता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार (6 दिसंबर) को पीड़िता को दक्षिण त्रिपुरा के शांतिर बाजार में उसके ब्वॉयफ्रेंड और और उसकी मां ने आग के हवाले कर दिया। इस कारण से पीड़िता 90 प्रतिशत जल गई थी।

पीड़िता की मौत की खबर फैलते ही अस्पताल में भीड़ जमा हो गई और आरोपित युवक और उसकी मां पर हमला कर दिया। त्रिपुरा पुलिस ने शनिवार (7 दिसम्बर) को नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने और परिजनों के साथ मिलकर जलाकर उसकी हत्या करने के आरोप में पीड़िता के ब्वॉयफ्रेंड अजय रूद्रपॉल को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने कहा कि मुख्य आरोपित अजय रुद्रपॉल ने दो महीने पहले लड़की से शादी करने का वादा किया और उसे दक्षिण त्रिपुरा के शांतिर बाजार इलाके में अपने घर ले गया। पुलिस ने बताया कि अजय ने यहां पीड़िता को फिरौती के लिए बंदी बनाकर रखा था और पिछले दो महीने से उसके साथ रेप कर रहा था। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि अजय और उसके परिवार के सदस्यों ने पिछले दो महीनों में लड़की को प्रताड़ित किया और उन्होंने उसे शुक्रवार शाम को आग लगा दी।

पीड़ित लड़की के परिवार ने आरोप लगाया कि अजय रुद्रपॉल ने पीड़िता की रिहाई के लिए 50,000 रुपए की माँग की थी, लेकिन वे शुक्रवार को केवल 17,000 रुपए ही दे पाए। पुलिस ने दावा किया कि इससे अजय गुस्से में आ गया और नाबालिग लड़की को जला दिया।

दक्षिण त्रिपुरा की एसपी जल सिंह मीणा ने कहा कि मामले के मुख्य आरोपित अजय को अस्पताल में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उसे शांति बाजार पुलिस स्टेशन लाया गया। आगे की जांच की जा रही है।

पुलिस ने कहा कि पीड़ित लड़की आरोपित के साथ सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में आई थी। इसके बाद आरोपित ने लड़की के घर जाकर शादी के लिए प्रपोज किया। उन्होंने बताया कि दिवाली के ठीक बाद लड़की आरोपित के साथ रहने लगी थी। पुलिस ने दावा किया कि उसके बाद आरोपितों ने उसे फिरौती के लिए किडनैप कर कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद आरोपित और उसके दोस्तों द्वारा पीड़ित नाबालिग के साथ गैंगरेप किया गया।

पीड़ित की मां का कहना है कि उन्होंने लड़की के लापता होने के तुरंत बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जब आरोपितों ने दूसरी बार पैसे माँगे, तो उन्होंने फिर से पुलिस से मदद माँगी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। पीड़िता की माँ ने आरोप लगाया, “शुक्रवार की रात हमने चंद्रपुर आईएसबीटी में अजय की माँ को 17,000 रुपए दिए, लेकिन वह खुश नहीं थी। उन्होंने हमें चेतावनी दी कि अगर हम लड़की को वापस लेना चाहते हैं तो हमें पूरी रकम का भुगतान करना होगा। इस बीच, हमने उनके घर का पता जाना और आज उन तक पहुंचने की योजना बनाई थी, लेकिन आज सुबह हमें सूचित किया गया कि उसे आग लगा दी गई और फिर अस्पताल भेज दिया गया।

लड़की की माँ ने आगे कहा, “हमने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। जब हम उससे अस्पताल में मिले, तो मेरी बेटी की हालत बेहद गंभीर थी। उसने हमें बताया कि पिछले दो महीनों से उसके साथ बार-बार सामूहिक बलात्कार किया गया था और फिरौती के पैसे न देने के कारण उसे लगातार प्रताड़ित किया गया। और जब अजय को पता चला कि केवल 17,000 ही दिए गए, तो वह उग्र हो गया और रात में उसने उसे आग लगा दी।”

पीड़िता का हवाला देते हुए उसकी माँ ने मीडिया को बताया कि अजय बेंगलुरु में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है और उनकी बेटी से मिलने के लिए हमारे घर आया था। लड़की की माँ ने मीडिया को बताया, “जब तक मेरी बेटी लापता नहीं हुई, तब तक सब कुछ ठीक था। पहले दो दिनों के बाद अजय और उसकी माँ ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। कुछ दिनों के बाद अजय और उसके दोस्तों ने उसका बलात्कार करना शुरू कर दिया। उसे ठीक से खाना भी नहीं दिया गया और उससे लगातार कहा जाता था कि अगर फिरौती की पूरी रकम नहीं दी गई तो उसे मार दिया जाएगा।