नई दिल्ली : महाराष्ट्र के एक राजनीतिक परिवार में जन्मे रितेश देशमुख ने अभिनय को अपना लक्ष्य बनाते हुए हिंदी व मराठी सिनेमा में बखूबी अपनी अदाकारी का जादू चलाया है। उन्होंने अपने लंबे करियर में ‘क्या कूल है हम’, ‘हे बेबी’, ‘धमाल’, ‘हाउसफुल’, ‘तेरा नाल लव हो गया’ और ‘मस्ती’ जैसी कई सफल फिल्मों में काम किया है। महाराष्ट्र के लातूर में 1978 को जन्मे रितेश ने अपना फिल्मी करियर 2003 में विजय भास्कर की फिल्म ‘तुझे मेरी कसम’ से शुरू किया था। खास बात है कि अपनी फिल्म में ही उन्हें अपनी पत्नी जेनेलिया डिसूजा के साथ काम करने का मौका मिला। इस फिल्म से हालांकि रितेश को वह लोकप्रियता नहीं मिली, जो उसके बाद 2004 में व्यावसायिक रूप से सफल रही कॉमेडी फिल्म ‘मस्ती’ और समीक्षकों द्वारा प्रशंसित ‘बर्दाश्त’ से मिली।
रितेश देशमुख को मिला अवार्ड
‘मस्ती’ ने रितेश को फिल्म फेयर पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता सहित कई समारोहों में नामांकन दिलाया। रितेश एक दशक से ज्यादा समय से भारतीय फिल्म जगत का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने अभी तक बहुत ज्यादा कामयाबी तो हासिल नहीं की है, लेकिन उन्होंने ‘ग्रैंड मस्ती’, ‘ग्रेट ग्रैंड मस्ती’ ‘हाउसफुल 2’, ‘हाउसफुल 3’, ‘बैंगिस्तान’, ‘क्या सुपर कूल हैं हम’, ‘डबल धमाल’, ‘जाने कहां से आई है’, ‘अलादीन’, ‘अपना सपना मनी मनी’ और ‘एक विलेन’ जैसी कई फिल्में की हैं। महाराष्ट्र के दिवंगत मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख और उनकी पत्नी वैशाली देशमुख के बेटे रितेश अपने दोनों भाइयों से इतर राजनीति से दूर ही रहे हैं। बहुत कम लोगों को पता है कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक आर्किटेक्ट (वास्तुकार) के रूप में की थी। रितेश ने मुंबई के कमला रहेजा कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर से आर्किटेक्ट की पढ़ाई की और उसके बाद एक विदेशी आर्किटेक्ट फर्म के साथ जुड़कर एक साल तक प्रैक्टिस की। फिल्मों में अभिनय और फिल्म कंपनी के साथ ही रितेश एक आर्किटेक्चरल एंड इंटीरियर डिजाइनिंग फर्म ‘इवोल्यूशन्स’ भी चलाते हैं।