जदयु-भाजपा का संस्कार!
जब माननीय ही फूहड़ इशारे करेंगे तो चमचे समाज में कितना नारी सशक्तिकरण कर सकते हैं, वो तो बिहारवासी रोज देखते ही हैं! pic.twitter.com/ZP3FN32pSb
— RJD Bhagalpur (@Rjd_Bhagalpur) May 14, 2022
दिसंबर 2020 में भी विधायक जी का ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ था, वीडियो में वो एक महिला डांसर के साथ ठुमके लगाते हुए नज़र आ रहे थे। हालांकि, जब इस बारे में उनसे सवाल किया गया था, तो पहले तो उन्होंने डांस करने की बात से ही साफ इंकार कर दिया था. कहा था कि वो डांस नहीं कर रहे थे, बल्कि उन्होंने तो केवल अपना हाथ उठाया था। सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे थे। इससे लोगों को ऐसा लगा कि वह डांस कर रहे हैं। आगे कहा था,
“वैसे डांस कौन नहीं करता भाई? इस ज़माने से नहीं पुराने जमाने से.. भगवान भी डांस किया करते थे.. मगर मैंने डांस नहीं किया.”
यहां एक बात गौर पर करना चाहिए, कार्यक्रम का आयोजन किया गया, महिला डांस कर रही थी। लेकिन डांस करती महिला को छूने का, उसे पकड़ने का अधिकार विधायक गोपाल मंडल या किसी भी और शख्स को किसने दिया? कई लोग इस ख़बर के बरक्स ये कह सकते हैं कि इंटरटेनमेंट के लिए डांसर्स को बुलाना कोई जुर्म नहीं है।ठीक बात है. क़ानूनन कोई जुर्म नहीं है. लेकिन इस लड़की ने जो बोला है, वो पुछिए अगर ये इंटरटेनमेंट है, तो इस ‘इंटरटेनमेंट’ को ‘घर की महिलओं’ से दूर क्यों रखा जाता है? क्या ये सिस्टमैटिकली हो रहा है?