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जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता ही उपाय : नीतीश कुमार

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को 2,705 करोड़ की लागत से विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास, कार्यारम्भ, उद्घाटन एवं लोकार्पण किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बात की। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कौन क्या कहता है, करता है, इससे हमें कोई मतलब नहीं। हमारा स्टैंड बिल्कुल साफ है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। बिहार में जागरूकता के जरिए प्रजनन दर में कमी आई है। आज बिहार का प्रजनन दर घटकर चार से तीन पर जा पहुंचा है और अगले पांच साल में हम इसे दो पर ले आएंगे।
नीतीश ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर कानून अपनी जगह है। राज्य सरकार जो फैसला लेती हैं, वह अपनी जगह है लेकिन हमारा मानना है कि इसके लिए जन जागरण सबसे महत्वपूर्ण कदम है।

उल्लेखनीय है कि जातीय जनगणना के मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा था। हालांकि इस पत्र का जवाब अब तक प्रधानमंत्री की तरफ से नहीं आया है।
जदयू के नेता लगातार यह बयान दे रहे हैं कि जातीय जनगणना के मसले पर उनकी पार्टी समझौता नहीं करेगी। ऐसे में भाजपा ने रणनीतिक बदलाव करते हुए जातीय जनगणना को काउंटर करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून का मुद्दा सामने ला दिया है। अब जनसंख्या नियंत्रण कानून पर दबाव बढ़ा है जिसके बाद नीतीश कुमार का यह ताजा बयान सामने आया है।