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जरूरत पड़ेगी तो कांग्रेस को दिया जाएगा समर्थन : अखिलेश यादव

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के मतदान संपन्न होने के बाद अब सभी मीडिया चैनल की ओर से एग्जिट पोल सामने आने लगे हैं। जिसके जरिए यह दिखाया जा रहा है कि एक बार फिर से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।

हालांकि अभी तक विपक्षी पार्टियों ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। यही कारण है कि तमाम विपक्षी राजनीतिक दल गठजोड़ करने के प्रयास में लगे हुए हैं। इसी क्रम में अब बसपा के साथ मिलकर गठबंधन का निर्माण करने वाली सपा के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ऐलान किया है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह कांग्रेस को समर्थन दे सकते हैं।

गौरतलब हो कि एक तरफ जहां आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू लगातार विपक्ष के नेताओं से मिल रहे हैं, तो वहीं अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस ऐलान से भी कांग्रेस को बल मिल सकता है।

रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान सपा अध्यक्ष ने कहा है कि गरीबों, किसानों, देश और भाईचारे की बात करने वाली पार्टियां 23 मई को देश को नया प्रधानमंत्री देने के प्रयास में हैं।

उन्होंने कहा कि इसके लिए चंद्रबाबू नायडू सभी पार्टियों से बात कर रहे हैं और अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस को समर्थन दिया जाएगा। अखिलेश ने यह भी दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन सबसे ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब होगा।

वहीं दूसरी तरफ बसपा प्रमुख मायावती के दिल्ली जाकर राहुल और सोनिया से मुलाकात की खबरों पर भी विराम लग गया है। खुद पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।

कहा जा रहा है कि किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो इस स्थिति में क्षेत्रीय दलों की भूमिका काफी अहम होगी। ऐसे में सभी क्षेत्रीय दल अब चुनावी नतीजों के बाद के गठजोड़ के लिए अभी से प्रयास में जुट गए हैं।