लखनऊः नागरिकता कानून के नाम पर प्रदर्शन करने सड़क पर उतरे उपद्रवियों ने जमकर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था। जिसके बाद योगी सरकार ने उपद्रवियों की संपत्ति जब्त कर भरपाई का आदेश दिया था, इसको लेकर अब पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने मुजफ्फरनगर में कुल 80 दुकानों को सीज कर दिया है।
ब्ता दें कि नागरिकता कानून के विरोध के दौरान हुई हिंसा के बाद अब पुलिस प्रदर्शनकारियों की धर-पकड़ में जुट गई है। इस बीच मुजफ्फरनगर में 80 दुकानों को पुलिस ने सीज कर दिया गया है। एसएसपी का कहना है कि दुकान मालिकों को नोटिस भेजा जा चुका है और नुकसान की भरपाई के लिए कहा गया है।
बता दें कि मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में कच्ची सड़क के पास केवलपुरी में बीते शनिवार को दो पक्षों के बीच पथराव हो गया था। इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से पथराव किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठियां फटकारकर भीड़ को वहां से खदेड़ दिया था लेकिन तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा, “हिंसा करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। हिंसा में बाहरी लोगों का हाथ है, उन्होंने आशंका जताई कि हिंसा में एनजीओ और राजनीतिक लोग भी शामिल हो सकते हैं। हम किसी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं करेंगे।“ हिंसक विरोध प्रदर्शन पर डीजीपी श्री सिंह ने कहा कि अब तक 879 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है वहीं पूरे प्रदेश में पुलिस की तैनाती की गई है। इसके साथ ही पीएसई और रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया है।