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अभाविप ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग

लखनऊ, 23 फरवरी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उत्तर प्रदेश का एक प्रतिनिधिमण्डल राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिला। उन्हें ज्ञापन देकर उच्च शिक्षा में विभिन्न सुधार सुनिश्चित करने, अकादमिक सत्र, प्रवेश परीक्षा, शोध पाठ्यचर्या नियमित करने, कुलपतियों की भ्रष्ट कार्यशैली पर कार्रवाई करने एवं विद्यार्थियों को होने वाली परेशानियों के निराकरण आदि मांग की है।

इसके साथ ही अभाविप ने प्रवेश परीक्षा आयोजन में पंजीकरण हेतु लिये जाने वाले शुल्क की पूरी जानकारी को विश्वविद्यालय वेबसाइट पर दर्शाने, कानपुर में यूजीसी गाईडलाइन की अवहेलना कर पीएचडी कोर्सवर्क को 100 प्रतिशत आनलाईन कराने के संदर्भ में जांच, वोकेशनल पाठ्यक्रम के सुचारू रूप से संचालन व दयनीय स्थिति में सुधार, राजभवन में शिकायत निवारण प्रणाली में सुधार कर संचालन करने की मांग उठाई है।

अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री साक्षी सिंह ने कहा,”उत्तर प्रदेश के अंदर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर अभाविप स्वीकार नहीं करेगी। भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षा क्षेत्र में हुए भ्रष्टाचार ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है, उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था गुणवत्तापूर्ण तथा अच्छी होनी चाहिए, जिससे राज्य प्रगति पथ पर अग्रसर हो सके।”

क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने कहा कि पहले की अपेक्षा उच्च शिक्षा में सुधार हुआ है, लेकिन अभी बहुत सुधार की जरूरत है। कहीं भी किसी भी विश्वविद्यालय या कालेज में अभाविप भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगा। कहीं भी भ्रष्टाचार की खबर लगी तो उसके खिलाफ संगठन हमेशा संघर्ष करेगा।

उप्र राज्यपाल से मिले प्रतिनिधि मण्डल में साक्षी सिंह और घनश्याम शाही के अलावा अवध प्रांत मंत्री आकाश पटेल, कानपुर प्रांत मंत्री विक्रांत अग्निहोत्री, काशी प्रांत मंत्री अतेंद्र सिंह, गोरक्ष प्रांत मंत्री सौरभ गौड़, ब्रज प्रांत सह-मंत्री शुभम कश्यप, पूर्व मेरठ प्रांत मंत्री हंस चौधरी उपस्थित रहे।