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प्रदेश में लगाए जाएंगे 50 हजार सोलर वाटर पंप : मुख्यमंत्री मनोहर लाल

मुख्यमंत्री ने किया पीएम-कुसुम योजना का शुभारंभ, लाभार्थियों को किए सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम के प्रमाण पत्र

सिरसा, 06 जनवरी।(सतीश  बांसल )

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत सात वर्षों में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रगति करके एक उदाहरण पेश किया है। सरकार का लक्ष्य प्रथम चरण में प्रदेशभर में 50 हजार सोलर वाटर पंप लगाने का है। हर खेत को पानी देना सरकार की प्राथमिकता है।

मुख्यमंत्री ने वीरवार को प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (पीएम-कुसुम) सोलर वाटर पंपिंग का शुभारंभ किया। चंडीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सभी जिलों में किया गया। मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा के बिजली एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन वाटर पंप का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को जिला में लाइव प्रसारण किया गया। लघु सचिवालय स्थित एनआईसी रूम से वीसी के माध्यम से अतिरिक्त उपायुक्त राहुल हुड्डा योजना के शुभारंभ कार्यक्रम से जुड़े। इस अवसर पर पीओ संजीव नैन, टीए सुभाष सहित स्कीम के लाभार्थी उपस्थित थे। अतिरिक्त उपायुक्त ने लाभार्थियों को को सोलर ऊर्जा पंप के प्रमाण पत्र भी वितरित किए।

सोलर वाटर पंपिंग का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सौर ऊर्जा को सिंचाई क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि हर खेत को पानी मिलें, इस संकल्प को पूरा करने में सौर ऊर्जा कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में अब तक 25897 सोलर पंप लगाए गए है। सरकार का लक्ष्य 50 हजार सोलर पंप लगाने का है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार फव्वारा व ड्रिप सिस्टम तकनीक को आगे बढ़ा रही है। सौर ऊर्जा इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सात वर्ष पूर्व सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत काम हुआ। अब सरकार ने इस क्षेत्र को बढ़ाया है। सौर ऊर्जा जलवायु परिवर्तन में संतुलन बनाने में सहायक है।

बिजली एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जो कार्य प्रदेश सरकार ने किया है, उसकी सराहना केंद्र सरकार ने भी की है। उन्होंने कहा कि 2020-21 में प्रदेश में 15 हजार सोलर पंप लगाए गए है जो देशभर में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि सोलर पंप लगाने से किसान के खेत को सिंचाई मिलेगी वहीं उसके खर्चों में भी कमी आएगी। इस वर्ष ही 15 हजार सौर ऊर्जा पंप कनेक्शन दिए गए है। 50 हजार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है। सरकार सौर ऊर्जा पंप लगाने पर 75 प्रतिशत सब्सिडी किसान को दे रही है।