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महाराष्ट्र बाढ़ में फंसी ट्रेन : 17 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद सभी 1050 यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया

मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश अब आफत बनने लगी है। राज्य के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं। मुंबई से 90 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के वांगनी में शुक्रवार रात को महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन बाढ़ के पानी में फंस गई। इसके बाद शनिवार सुबह 9 बजे सेना और एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया। देर शाम तक ट्रेन में फंसे सभी 1050 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। बचाए गए लोगों में नौ गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 26 जुलाई 2005 को आई भयंकर बाढ़ के बाद से अब तक के सबसे बड़े संयुक्त ऑपरेशन में बचाव दल द्वारा अन्य यात्रियों को निकाला जा रहा है। बड़े स्तर पर अभियान चलाने के लिए विशेष उपकरणों से लैस भारतीय नौसेना की सात टीमें, भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर, जिसमें एक सीकिंग और एमआई17 शामिल हैं और मुंबई से भारतीय सेना की दो टुकड़ियां पहले ही ठाणे के लिए रवाना हो चुकी हैं।

उधर, सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुख्य सचिव अजोय मेहता को निर्देश दिया कि वे व्यक्तिगत रूप से निकासी अभियानों की निगरानी करें और बचाव कार्यो में लगी विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करें। अभी तक एनडीआरएफ की चार टीमें ट्रेन में पहुंच चुकी हैं और आठ रबड़ की नावों का उपयोग करके यात्रियों को ट्रेन से सुरक्षित निकाल रही हैं।

वहीं, मुंबई में भारी बारिश के कारण कई इलाकों जलभराव के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए। मुंबई में शुक्रवार शाम से शनिवार दोपहर के बीच 219 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। खराब मौसम के चलते लोगों को एयरलिफ्ट करने में परेशानी आ रही है।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि वायुसेना और नौसेना के हेलिकॉप्टर सिर्फ हवाई सर्वे कर बेस पर लौट आए। दूसरी ओर, महाराष्ट्र सरकार ने ठाणे के एक पेट्रोल पंप और रिजॉर्ट में फंसे 115 लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए सेना और एनडीआरएफ से मदद मांगी।