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उप्र में 1.18 करोड़ परिवारों को मिला आयुष्मान भारत का लाभ : योगी आदित्यनाथ

 

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी योजना प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत है। इस योजना को लागू करते समय अनेक चुनौतियां थीं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से इसे समयबद्ध समय में पूरा किया गया। यूपी में 11802300 परिवारों को प्रधानमंत्री का पत्र पहुंचाया गया। इस योजना के साथ मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लगभग 50 लाख लोगों को राज्य की योजना से जोड़ा गया।

मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के एक वर्ष पूर्ण होने के उपल्क्ष्य में सोमवार को आयुष्मान भारत दिवस कार्यक्रम में सोमवार को मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यूपी में आयुष्मान भारत के तहत 4529242 तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 10079604 गोल्डेन कार्ड परिवारों को जारी किया जा चुका है। इसकी गति धीमी है, इसे रफ्तार देने की जरूरत है। कहा कि ‘गोल्डेन कार्ड’ से लोगों में विश्वास जागा है।

उन्होंने कहा कि इन दोनों योजनाओं के तहत जिन परिवारों को पत्र लिखा था, उसे पहुंचाने का काम किया गया। सामान्यत: एक परिवार में एक ही पत्र जाता है, इससे परिवार के एक ही सदस्य को लाभ मिल सकता है। सभी सदस्यों को लाभ मिले, इस पर सरकार विचार कर रही है।

कहा कि यूपी के 23 जनपदों में दिमागी बुखार से 40 वर्षों से हजारों मौतें होती थीं, स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता ने उसे न्यूनतम स्तर पर लाने में हम सफल हुए हैं। ‘गोल्डेन कार्ड’ सामाजिक सुरक्षा की गारंटी है, यह आजादी के बाद पहली बार मिली है। कहा कि स्वाथ्य विभाग ने संचारी रोग पर भी नियंत्रण पाया है। इस प्रकार की सक्रियता से लोगों का विभाग के प्रति भी विश्वास जागता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों की तुलना में दवाओं की उपलब्धता बढ़ी है, उसे और अच्छा करने का प्रयास जारी है। आयुष्मान भारत समेत अन्य योजनाओं की कीमत का भी अहसास होना चाहिए। इस गोल्डेन कार्ड का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। अस्पतालों को समय से भुगतान मुहैया कराना प्राथमिकता है, लेकिन अगर कोई अस्पताल इस कार्ड का दुरुपयोग करते पाया गया तो उसे कठोरतम दण्ड भी दिया जाएगा।

इस गोल्डेन कार्ड से यूपी में अब तक कैंसर से पीड़ित 2261, किडनी के 1055, हृदय रोग के 777 तथा अन्य गंभीर ​बीमारियों के 484 लोगों का उपचार हो चुका है। 1947 से 2016 तक यूपी में 12 मेडिकल कॉलेज थे, जबकि 2016 से 2019 के बीच 15 नये मेडिकल कॉलेज तथा 02 एम्स का काम शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी वर्षो में हमारी योजना और 15 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की है। कहा कि यह शासक का दायित्व है कि शिक्षा, चिकित्सा और बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाए। हमारी योजना दो जनपदों में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक निःशुल्क मेडिकल चेकअप कैम्प चलाये जा रहे हैं। 03 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक समस्त ग्राम पंचायतों में गोल्डन कार्ड वितरण कैम्प लगाया जाएगा। योजना के अंतर्गत कुल 1910 चिकित्सालयों को सूचीबद्ध किया जा चुका है, जिनमें से 25 मेडिकल कॉलेज हैं। इस मौके पर उन्होंने योजना के 40 लाभार्थियों को अंगवस्त्र और फल की टोकरी देकर उनके स्वस्थ रहने की कामना की। कार्यक्रम में योजना से लाभान्वित दिव्या सिंह और मोहम्मद जाहिद ने अपने अनुभव साझा किये और बताया कि आयुष्मान भारत योजना की बदौलत कैसे उनकी जिन्दगी में बदलाव लाया और उनका जीवन सामान्य हो सका। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जन आरोग्य पुस्तिका का विमोचन भी किया।

स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि पहले इलाज कराने के लिए लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू हुई है, तब से लोगों की समस्याएं समाप्त हो गई हैं। आयुष्मान भारत की योजना के सफल एक साल पूरे होने पर मैं प्रधानमंत्री को बधाई देता हूं। इस मौके पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, ​​स्वास्थ्य सचिव देवेश चतुर्वेदी समेत आयुष्मान योजना के करीब 50 लाभार्थी मौजूद रहे।