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संदिग्ध आंतकी के पुखरायां रेल हादसे में आइएसआइ साजिश बताने पर सक्रियता

बिहार के मोतिहारी में पकड़े गये संदिग्ध आतंकी ने पुखरायां रेल हादसे को आइएसआइ की साजिश बताकर सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता बढ़ा दी है। एटीएस आइजी असीम अरुण ने सुरक्षा एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर रणनीति बनाई है। आइजी ने एटीएस के अनुभवी अधिकारियों की एक टीम पूछताछ के लिए मोतिहारी भेजी है। इस बीच कानपुर के आसपास हो रहे रेल हादसों की विदेशी विशेषज्ञों ने जांच शुरू कर दी है। दक्षिण कोरिया से आई सात सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम आज रूरा पहुंची।17_01_2017-pukhrayan

जांच में जुटे दक्षिण कोरियाई विशेषज्ञ

कानपुर के आसपास हो रहे रेल हादसों की जांच को दक्षिण कोरिया की सात सदस्यीय विशेषज्ञ टीम आज रूरा पहुंची। टीम ने पिछले वर्ष के अंत में स्टेशन के निकट हुई सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस (12987) दुर्घटना के स्थल का गहन निरीक्षण किया। एक घंटे तक बंद कमरे में अफसरों से जानकारी ली, फिर रेलवे ट्रैक, पैनल बोर्ड व ऑटोमेटिक सिग्नल प्रणाली, ट्रैक चेंजर व रूट चार्ट का बारीकी से निरीक्षण किया। टीम ने दुर्घटना स्थल की ड्राइंग एवं स्थलीय स्थिति का अवलोकन किया। स्थानीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से चर्चा कर अनुरक्षण आदि के विषय में जानकारी प्राप्त की। टीम पुखरायां में भी जांच करेगी।

रेल मंत्रालय बेहद गंभीर

पुखरायां व रूरा में हुए हादसों को रेल मंत्रालय ने बेहद गंभीरता से लिया है। हादसों के कारणों की पड़ताल के लिए दक्षिण कोरिया सहित कई देशों से संपर्क कर रोकथाम का प्रयास शुरू किया है। हादसों को रोकने के लिए विदेशी तकनीक का इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है। इसके तहत करीब 11 बजे कोरिया के क्वांग व उनके सहायक जीओ जुंग की अगुवाई वाली सात सदस्यीय टीम ने रेलवे अफसरों के साथ रूरा स्टेशन कक्ष में बातचीत की। छानबीन में उभरे तथ्यों की जानकारी हासिल की। टीम ने स्टेशन के पैनल बोर्ड, ऑटोमेटिक सिग्नल प्रणाली, रूरा स्टेशन के अप व डाउन के रेल ट्रैक चेंजर चेक किया और पटरियों की गुणवत्ता परखी।

जांच के अनुरूप होगा सुधार

रेलवे विभाग के ईडी वीपी अग्रवाल ने बताया कि कोरियाई टीम पुखरायां में रेल हादसे के कारणों की भी पड़ताल करेगी। टीम अपनी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंपेगी, जिसके अनुरूप भविष्य में आवश्यकतानुसार तकनीकी सुधार किए जा सकेंगे। निरीक्षण के दौरान कार्यकारी निदेशक रेलवे बोर्ड बीपी अवस्थी, उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य ट्रैक इंजीनियर सीपी गुप्ता,इलाहाबाद मण्डल के वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर (समन्वय) एसके गुप्ता, सीनियर डीएनसी सुनील कुमार गुप्ता, सीडीईएम मो. शमीम, एईएन आशीष वर्मा, सीटीई सीपी गुप्ता आदि मौजूद रहे।

12 साल से दक्षिण कोरिया में नहीं रेल हादसा

जीओ जुंग ने बताया कि दक्षिण कोरिया में 2004 के बाद कोई ट्रेन हादसा नहीं हुआ है। वहां मैनुअल नहीं, मशीनों से ट्रैक की चेकिंग कराई जाती है, उनके देश में ऑटोमेटिक सिग्नल प्रणाली में ऐसी व्यवस्था है कि ट्रैक में कोई भी खामी होने पर ट्रेनों की स्पीड अपने आप कम हो जाती है।

हाल में हादसे

  • 20 नवंबर को पुखरायां स्टेशन के पास इंदौर-राजेंद्रनगर एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने पर 153 लोगों की मौत हुई और करीब डेढ़ सौ लोग घायल हुए थे।
  • 28 दिसंबर को दिल्ली -हावड़ा रेल मार्ग पर रूरा स्टेशन के पास सियालदह एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से करीब सौ लोग घायल हुए थे।
  • इसके बाद से लगातार पटरियां चटकने अथवा असमान्य होने की सूचनाएं मिल रही हैं। कई ट्रेनें चटकी पटरियों से गुजरने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने से बचीं।

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