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विजय मिश्रा का अखिलेश पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप

भदोही जिले की ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट कटने के बाद विधायक विजय मिश्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दबंग तथा अपराधिक किस्म के नेता विजय मिश्रा को समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव तथा शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीब माना जाता है।

टिकट कटने से नाराज समाजवादी पार्टी के विधायक विजय मिश्रा ने आज मीडिया के सामने जमकर भड़ास निकाली। विजय मिश्रा ने मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव व राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के परिवार के कई लोग भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं। विजय मिश्रा ने दावा किया कि सही समय आने पर उनके नाम का खुलासा किया जाएगा।

विजय मिश्र ने बताया कि उनकी पत्नी रामलली मिश्र (एमएलसी) ने प्रदेश के आला अफसरों को पत्र लिखकर सूचित कर दिया है कि उनके पति (विधायक विजय मिश्र) की कभी भी हत्या हो सकती है।विजय मिश्र ने कहा कि नगर के अधिकांश जनप्रतिनिधि (नगर व जिला पंचायत सदस्य) उनके साथ हैं। दो एक दिन में इसका निर्णय लिया जाएगा कि अब वह किस दल से चुनाव लड़ेंगे।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भदोही की ज्ञानपुर सीट से सिटिंग विधायक विजय मिश्र का टिकट काट दिया है। उनकी जगह पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री रामरती बिन्द को प्रत्याशी बनाया गया है। विजय मिश्र पूर्वांचल से पहले ऐसे विधायक हैं जिनका टिकट पार्टी ने काटा है। कई मामलों में विजय मिश्र के खिलाफ चल रहे मुकदमों को इसका कारण माना जा रहा है। रामरती बिन्द ज्ञानपुर से 1974 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और 1989 में जनता दल से विधायक रह चुके हैं। 2002 में लोकसभा के उपचुनाव में सांसद भी चुने गये। टिकट कटने पर सपा जिलाध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी ने कहा कि वे पार्टी हाईकमान के निर्णय के साथ हैं। वहीं, भदोही से विधायक जाहिद जमाल बेग और औराई से विधायक मधुबाला पासी का टिकट बरकरार रखा गया है।

विधायक मिश्र को मुलायम सिंह यादव व शिवपाल यादव का बेहद करीबी माना जाता है। बदली हुई स्थिति में उन्हें टिकट नहीं दिया गया। इसकी बड़ी वजह सीएम अखिलेश की नापसंद भी हो सकतीं है। अखिलेश ने पहले ही इशारा कर दिया था कि वह इस बार बाहुबलियों को टिकट नहीं देंगे। बावजूद इसके जब पहली बार शिवपाल की लिस्ट के जवाब में अपनी लिस्ट जारी की थी तो विजय मिश्रा को टिकट दिया था।

इस्तीफे का दौर शुरु

ज्ञानपुर विधान सभा से विजय मिश्र का टिकट कटते ही सपा में बगावत हो गई। कई पदाधिकारियों मसलन जिला पंचायत अध्यक्ष काजल यादव, जिला महासचिव राजित राम यादव, विधान सभा अध्यक्ष कल्लू यादव ने पूरे कार्यकारिणी के साथ अपने-अपने पदों के साथ ही पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। ब्लाक प्रमुख ज्ञानपुर मनीष मिश्रा, ब्लाक प्रमुख डीघ, ब्लाक प्रमुख अभेली, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रीना सोनकर, पूर्व विधायक शारदा बिंद, नगर पंचायत अध्यक्ष ज्ञानपुर हीरालाल मौर्या, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रहलाद दास गुप्ता, अल्पसंख्यक मार्चा के महासचिव शकील दादा, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष व पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष धनश्याम दास गुप्ता सहित करीब डेढ सौ ग्राम प्रधानों ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके अलावा भदोही से सटे जनपदों के कई ब्लाक प्रमुखों ने भी दल की सदस्यता से इस्तीफा दिया है।

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