Lakhimpur/Dev Srivastava: साधू का चोला पहनकर लोगों का विश्वास जीतकर लोगों से लूट करने वाले एक ढोंगी बाबा को राजस्थान पुलिस ने लखीमपुर से गिरफ्तार किया। इस बाबा पर राजस्थान के थाना बयाना के उच्चैन के मंदिर में रह रहे एक परिवार को नशीला पदार्थ खिलाकर उनको व भगवान के आभूषण लूटने का आरोप था। सात दिन से भटक रही राजस्थान पुलिस को यह सफलता तब मिली जब आरोपी की कार की शिनाख्त लखीमपुर के रिजवान के रूप में हुई।
राजस्थान का है बाबा
राजस्थान के जिला भरतपुर के थाना बयाना उच्चैन मंदिर में कुछ समय पहले भोलादास नाम के एक शख्स ने नशीला पदार्थ खिलाकर लूट को अंजाम दिया था। इस घटना में मंदिर में रह रहे एक परिवार को पहले तो बाबा का चोला पहन कर भोला दास ने विश्वास के झांसे में लिया। इसके बाद हवन पूजन के नाम पर प्रसाद के रूप में इस परिवार को नशीला पदार्थ खिला दिया जिससे परिवार बेहोश हो गया। जिसके बाद बाबा ने महिलाओं के कुंडल, बाला, जंजीर, सहित पुरुषों के सोने-चांदी के आभूषण व घर का सामान पार कर लिया। सिर्फ इतना ही नहीं बाबा ने उस भगवान को भी नहीं छोड़ा जिसका चोला ओढ़कर वह लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। ढोंगी बाबा ने मंदिर में स्थापित मूर्तियों से भी उनके आभूषण उतार लिए।
पुलिस ने गाडी का नम्बर बनाया आधार
बाबा राजस्थान पुलिस की नजर में तब आया जब बाबा की गाड़ी का नंबर पुलिस को मिल गया। इस नंबर को आधार बनाते हुए राजस्थान पुलिस ने जब जांच शुरू की तो कई खरीददारों से होते हुए इसकी मालियत लखीमपुर के निवासी सलीम के रूप में हुई।
इसके बाद राजस्थान पुलिस ने लखीमपुर-खीरी पुलिस से सम्पर्क साधा और सलीम के घर दबिश दी। सलीम से जब पुलिस ने उसकी गाड़ी के बारे में पूछा तो सलीम ने गाड़ी बाबा को बेंचने की बात स्वीकारी। इसके बाद पुलिस ने भी जैसे को तैसा की नीति अपनाई और सलीम से कहा कि उसकी गाड़ी से एक्सिडेंट हुआ है और दो लोग मर गए हैं। जिस पर सलीम घबराया और बाबा से सम्पर्क किया। बाबा पुलिस के झांसे में इसलिए आ गया क्योंकि उसने कोई एक्सिडेंट नहीं किया था। बस फिर क्या था पुलिस का यह झूठ पुलिस के लिए वरदान बन गया। बाबा अपनी सफाई देने कोतवाली आ पहुंचा। जैसे ही बाबा कोतवाली पहुंचा और अपनी पहचान बताई राजस्थान पुलिस ने उसे धरदबोचा।