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यहां हैं श्रीराम के दिव्य धाम, जहां सदियों से गूंज रहा प्रभु का नाम

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ था। अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर है। जहां आphotorama_201744_101120_04_04_2017ज भी रामलला की पूजा की जाती है।

 

ramtemple_ayodhya_04_04_2017राम मंदिर अयोध्या: शोधानुसार पता चलता है कि भगवान राम का जन्म आज से 7128 वर्ष पूर्व अर्थात 5114 ईस्वी पूर्व को उत्तरप्रदेश के अयोध्या नगर में हुआ था।

 

ragunathtemplejammu_04_04_2017रघुनाथ मंदिर: जम्मू शहर में स्थित यह राम मंदिर आकर्षक वास्तुकला का नमूना है। इस मंदिर को 1835 में महाराजा गुलाब सिंह ने बनवाना शुरू किया था और इसका पूर्ण निर्माण महाराजा रणजीतसिंह के काल में हुआ।

 

tripayarramatemplekerala_04_04_2017त्रिप्रायर श्रीरामा मंदिर: केरल के दक्षिण-पश्चिमी शहर त्रिप्रायर में यह मंदिर स्थित है। त्रिप्रायर नदी के किनारे स्थित त्रिप्रायर श्रीराम मंदिर कोडुन्गल्लुर का प्रमुख धार्मिक स्थान है।

श्रीसीतारामचंद्र स्वामी मंदिर (भद्राचलम) : यह मंदिर आंध्रप्रदेश के खम्मण जिले के भद्राचलम शहर में स्थित है। भद्राचलम की एक विशेषता यह भी है कि यह वनवासी बहुल क्षेत्र है और राम वनवासियों के पूज्य हैं।

melkotramtempl_201744_9503_04_04_2017श्रीतिरुनारायण स्वामी मंदिर, मेलकोट, कर्नाटक: मेलुकोट, कर्नाटक के मांड्या जिला तहसील पांडवपुरा का एक छोटा-सा कस्बा है, जो कावेरी नदी के तट पर बसा है। इस स्थान को तिरुनारायणपुरम भी कहते हैं।

हरिहरनाथ मंदिर सोनपुर: श्रीहरि को समर्पित हरिहरनाथ मंदिर का निर्माण भगवान राम ने त्रेतायुग में करवाया था। माना जाता है कि श्रीराम ने यह मंदिर तब बनवाया था, जब वे सीता स्वयंवर में जा रहे थे।

chitrakottemple_201744_95524_04_04_2017चित्रकूट का राम मंदिर : कहते हैं यहां श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सहित प्रयाग पहुंचे थे। प्रयाग को वर्तमान में इलाहाबाद कहा जाता है। यहां गंगा-जमुना का संगम स्थल है। हिन्दुओं का यह सबसे बड़ा तीर्थस्थान है।

ओरछा का रामलला मंदिर : देश में राजा राम चंद्र का एक ऐसा मंदिर है जहां राम की पूजा भगवान के तौर पर नहीं बल्कि राजा के रूप में की जाती है। अब राजा राम हैं तो उन्हें सिपाही सलामी भी देते हैं। यह मंदिर मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में स्थित है।

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