दलाई लामा रविवार को स्माइल फाउंडेशन की द वर्ल्ड ऑफ चिल्ड्रेन के उद्घाटन अवसर पर मौजूद थे। इस मौके उन्होंने कहा कि बच्चों में आत्मविश्वास पैदा करना भी जरूरी है, तभी बेहतर पीढ़ी के निर्माण की परिकल्पना की जा सकती है। वर्ष 1959 से भारत में निर्वासन में रह रहे दलाई लामा ने कहा कि भारत व चीन, दोनों में से किसी देश के पास दूसरे को नष्ट करने की क्षमता नहीं है।
उन्होंने कहा कि चीनी बौद्ध ह्वेन त्सांग ने नालंदा का दौरा किया और नालंदा की बौद्ध परंपराओं को चीन ले गए। नालंदा की परंपराओं ने तिब्बत के योद्धाओं को अत्यधिक दयालु, शांतिपूर्ण व अहिंसक देश में बदल दिया।
संस्था के सह-संस्थापक शांतनु मिश्रा ने बताया कि स्माइल फाउंडेशन ने जरूरतमंद बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए द वर्ल्ड ऑफ चिल्ड्रेन अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत देशभर से 550 बच्चों का चयन कर बेहतर शिक्षा दी जाएगी।