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जहरीली शराब से 17 गांव में 81 लोगों की मौत

जहरीली शराब से होने वाली मौत का सिलसिला दूसरे दिन रविवार को भी जारी रहा। तीन थाना क्षेत्रों के 17 गांव में मौत की संख्या बढ़कर शनिवार आधी रात तक 81 हो गई। इससे प्रभावित 90 से ज्यादा मरीजों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। जिला प्रशासन ने 46 का पोस्टमार्टम कराया है, हालांकि प्रशासन जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 36 बता रहा है। पुलिस की तरफ से तीन एफआइआर दर्ज कर करीब 39 की गिरफ्तारी की गईं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौतों के पीछे गहरी साजिश की आशंका जताई और कहा कि ऐसी घटनाएं पहले भी बाराबंकी, हरदोई, आजमगढ़, कानपुर में हो चुकी हैं, जिसकी जांच में साजिश सामने आई थी।

जहरीली शराब ने सहारनपुर के थाना देवबंद, नागल व गागलहेड़ी क्षेत्र में कोहराम मचा दिया। सहारनपुर से मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किए गए 18 ग्रामीणों ने रात दम तोड़ा तो जिला प्रशासन सहम गया। रविवार तक होने वाली मौत में गांव उमाही में 14, सलेमपुर में नौ, ताजपुर में पांच, कोलकी में 14, शरबतपुर में तीन, बढ़ेडी गुर्जर में चार, खजूरी अकबरपुर में दो, पठेड़ में एक, बडोला में तीन, गागलहेड़ी में एक, गांव कमाली में एक, देवबंद के गांव नाफेपुर में दो, शिवपुर में चार, खेड़ामुगल में चार, डांकोवाली में एक, बिलासपुर में एक, नितानंदपुरी में एक, गड़ोरा में एक, मोहिद्दिनपुर में एक  और तल्हेड़ी खुर्द में एक की मौत हो चुकी है। पुलिस द्वारा शराब के खिलाफ चलाए गए अभियान में करीब 400 लीटर लाहन व अवैध शराब जब्त कर 39 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

गांव खेड़ामुगल में चार, गांव उमाही में नौ तथा सलेमपुर में पांच लोगों के शवों का सामूहिक चिता जलाकर अंतिम संस्कार किया गया। यह मंजर देख वहां मौजूद लोगों की रूह कांप गई। गांव कोलकी में शवों का अलग-अलग दाह संस्कार किया गया। जिलाधिकारी आलोक पांडे ने बताया कि अब तक 46 ग्रामीणों की मौत हुई है। सभी का पोस्टमार्टम कराया गया है। इनमें से 36 लोगों की मौत शराब से होना डाक्टर द्वारा बताया जा रहा है। अन्य ग्रामीणों की मौत विभिन्न रोगों से होना बताया गया है। पुलिस व आबकारी टीम की संयुक्त कार्रवाई चल रही है।