Lakhimpur/Dev Srivastava: घर के बाहर आग ताप रहे एक प्रधानपति पर कुछ लोगों ने कई राउंड फायर किए। घटना के वक्त पास में मौजूद भाइयों ने घर के भीतर भाग कर जान बचाई। हमलावरों के जाने पर परिजन बाहर आए तब उन्हें प्रधानपति की रक्तरंजित लाश मिली। खबर लगते ही एएसपी, सीओ व एसओ दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। ग्राम प्रधान ने गांव के छह लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं हत्यारोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
घटनाक्रम
फरधान थाना क्षेत्र के ग्राम रौसा निवासी ग्राम प्रधान सरिता तिवारी के पति मुकेश तिवारी गुरुवार की शाम करीब 06:15 बजे घर के बाहर आग ताप रहे थे। उनके साथ भाई राजेश तिवारी व गांव का ही माधव पुत्र ओरी लाल बैठे हुए थे। इस बीच गांव का ही अजीमुद्दीन पुत्र फकीरा, अनीस पुत्र रहीस व सगीर और शहीद पुत्र इसराइल अपने हाथ में तमंचा लेकर आए। उन्होंने पहले मुकेश के चेहरे पर टार्च से रोशनी लगाई। इसके बाद लाए गए तमंचों से फायर झोंकने लगे। जबकि हमले से घबरा कर पास बैठे भाई राजेश तिवारी व माधव ने घर के भीतर भाग कर जान बचाई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से भाग निकले। हमलावरों के जाने पर जब परिवारजन घर के बाहर निकले और मौके पर गए तो उन्होंने मुकेश का रक्तरंजित शव पाया। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हत्यारोपी फिलहाल मौके से फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
वर्दी पहनकर आए थे हत्यारे
हमलावर पूरा हत्या का इरादा करके आए थे। झांसा देने के लिए सभी ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। शाम होने के चलते दूर से देख मुकेश न तो उन्हें पहचान सका और न ही इरादा भांप सका। मौके पर पहुंचकर उन्होंने पहले मुकेश के चेहरे पर टार्च लगाई। पहचान होते ही उन्हें गोली मार दी।
हत्यारोपियों से दशकों पुरानी चली आ रही रंजिश
ग्राम प्रधान सविता ने बताया कि उनके ससुर की भी हत्या की गई थी। वहीं गांव में चर्चा है कि करीब 35 साल पहले मुकेश तिवारी की मां की भी हत्या हुई थी। जिसमें परिवार को अजीमुद्दीन के पिता फकीरा पर शक था। बताया जाता है कि इसके बाद फकीरा की भी हत्या हुई। जिसमें अजीमुद्दीन को मुकेश तिवारी पर शक था। इसी की रंजिश में हत्या को अंजाम दिया गया है।