लखीमपुर-खीरी/देव श्रीवास्तव: पलिया में गायों की मौत के मामले में बवाल और आगजनी की घटना के दूसरे दिन इलाका छावनी में बदल गया। पुलिस के साथ पीएसी को भी तैनात कर दी गयी है। घटना के विरोध में शुक्रवार सुबह से ही नगर का मुख्य बाजार बंद रहा। जो दुकानें खुली उन्हें कुछ लोगों ने जबरन बंद करवाने का प्रयास किया। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच लाठियां फटकारनी शुरू कर दी और दुकाने बंद करा रहे लोगो को वहां से खदेड़ दिया।
इससे पहले गुरूवार की रात कमल टॉकीज चौराहे पर गायों की मौत के मामले में प्रदर्शन, नारेबाजी और आगजनी कर रहे लोगों को भी पुलिस ने खदेड़ दिया था। प्रदर्शनकारियों ने टॉकीज चौराहे पर आस पास की दुकानों का कुछ जैसे फल व टटिया आदि सामान जला डाला था, जिसे फायर बिग्रेड की गाड़ी को बुलवाकर बुझा दिया गया था। मौके से करीब आधा दर्जन लोगो को भी उठाया गया। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ भी दिया गया। इधर घटना के विरोध में शुक्रवार को बाजार बंद रहे। बाजार खुलवाने के लिए सीओ जितेंद्र गिरि, कोतवाल पीके झा, एसडीएम शादाब असलम, तहसीलदार भगवानदीन वर्मा और नायब तहसीलदार घनश्याम भारती जुट गए।
गुरूवार को हुई घटना के बाद रात में प्रदर्शनकारियों ने टॉकीज चौराहे पर जाम लगाकर जोरदार हंगामा किया था। कुछ दुकानों व ठेलों में तोडफ़ोड़ भी हुई थी। इस मामले में चौराहे पर फलों की दुकान लगाने वाले मुहल्ला पठान तृतीय निवासी खालिद हुसैन पुत्र वली हुसैन ने पुलिस को तहरीर दी है। जिसमें कहा गया है कि कुछ लोगों ने उसकी दुकान को तहस नहस कर दिया और करीब तीस हजार रूपये लूट भी लिए। इस संबंध में व्यापार मंडल (कंछल) गुट का कहना है कि हंगामे में जिसका भी नुकसान हुआ है उसकी मदद करने के लिए हम तैयार हैं।