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उप्र में कोरोना कर्फ्यू अब रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की लगातार बेहतर होती स्थिति के बीच रात्रिकालीन कर्फ्यू में सरकार ने और ज्यादा राहत देते हुये इसकी समय सीमा रात दस बजे से सुबह छह बजे के बीच तय की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में कहा कि कोरोना संक्रमण की बेहतर होती स्थिति को देखते हुए रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू अब रात्रि 10 बजे से प्रात: छह बजे तक प्रभावी रखा जाए।

उन्होने बताया कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। संक्रमण दर न्यूनतम स्थिति में है। बीते 24 घंटे 2.40 लाख कोविड सैम्पल की जांच की गई और पॉजिटिविटी दर 0.04 प्रतिशत रही। प्रदेश में अब तक 06 करोड़ 06 लाख 17 हजार से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। यह देश में किसी एक राज्य द्वारा की गई सर्वाधिक कोविड टेस्टिंग है। शनिवार को 29 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 45 राज्यों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। केवल एक ही जिला ऐसा रहा जहां दहाई अंक में कोविड संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई।

श्री योगी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 125 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि 134 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। वर्तमान में 1,594 एक्टिव केस हैं। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर और बेहतर होकर 98.6 फीसदी हो गई है। अब तक 16 लाख 83 हजार से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।

उन्होने बताया कि शनिवार को सुल्तानपुर जिले में 20 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। सभी एक ही परिवार से संबंधित हैं। प्रारंभिक ट्रेसिंग में हाल ही में इनके महाराष्ट्र से वापसी की जानकारी मिली है। इन कोविड से संक्रमित मरीजों के सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। संबंधित ब्लॉक में ट्रेसिंग और टेस्टिंग तेज की जाए। जिले में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

प्रदेश में कोविड टेस्टिंग का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। अब तक 03 करोड़ 71 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। इनमें 03 करोड़ 13 लाख 68 हजार से अधिक लोग पहली डोज लेने वाले हैं। कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के बीच बच्चों के नियमित टीकाकरण की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से चलती रहे। हर जिले में बच्चों के वैक्सीनेशन की स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक प्रबंध किए हैं। कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए।

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