मेले में कई गुंबद नुमा छोटे- छोटे तंबू बने होते हैं। इन तंबुओं में जरूरत का सारा सामान उपलब्ध होता है। यहां पर फ्री बेड, फ्री तौलिए, फ्री चादर और कुशन भी मौजूद होते हैं।
मेले का नाम सुनते ही यक़ीनन आपके, हमारे, और हम सब के मन में बचपन की न जाने कितनी ही यादें ताज़ा हो जाती हैं, है न? कैसे हम जिद करके मेलों में जाया करते थे और वहां तरह-तरह के झूले और पकवानों का लुफ्त उठाते थे| हम दावे के साथ कह सकते हैं आपने न जाने कितने ही मेले देखे और देश-विदेशों में लगने वाले अनोखे और सुन्दर मेलों के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आपने किसी ऐसे मेले के बारे में सुना है जहाँ हजारों की तादात में लोग सिर्फ संबंध बनाने के लिए आते हैं?