देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी/बहराइच:
टावर खड़ा करने के लिए नदी में बनाए गए अधबने बेस से टकराकर मूर्ति विसर्जन करने गए कई लोग गहराई में डूब गए। यह देख मौजूद कई ग्रामीण उन्हें निकालने के लिए पानी में छलांग लगा दिए। कुछ लोगों को बाहर निकाला गया लेकिन इस बीच तीन लापता हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। तीनों की तलाश के लिए गोताखोरों को लगाया गया है।
बहराइच बार्डर के घाघरा नदी घाट पर हुई घटना
गुरुवार को नवरात्रि में दुर्गा पूजा के लिए स्थापित मूर्तियों के विसर्जन का क्रम बहराइच बार्डर के घाघरा नदी घाट पर सुबह से ही शुरू हो गया था। ईसानगर के ग्राम नरगड़ा में स्थापित की गई दुर्गा मूति को विसर्जन करने के लिए गांव के लोग लेकर घाघरा नदी तट पर गए थे। घाट पर पिंकेश, महेश यादव, छोटू, मंगू, दिनेश यादव, मुनुवा, शशिकांत व सुंदरलाल आदि कंधों पर मूर्ति को उठा कर विसर्जन के लिए करीब चार बजे नदी में घुसे। गहराई में मूर्ति को विसर्जित करने के लिए यह लोग आगे बढ़ते गए। बताया जाता है कि कुछ दूर नदी में ही बिजली का टावर खड़ा करने के लिए अर्द्धनिर्मित बेस मौजूद था। इससे अनभिज्ञ होने के चलते जब लोग आगे बढ़ते रहे तो वह इस अर्द्धनिर्मित बेस से टकरा गए जिससे सभी का नियंत्रण बिगड़ गया और वह गहरे पानी में डूब गए।
समाचार भेजे जाने तक नदी में डूबे तीनों युवकों का पता नही चल सका था। देर शाम एसडीएम धौरहरा राम प्रकाश ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया और जल्द से जल्द तीनों को बरामद करने के निर्देश दिए।
देर रात तक मौके पर ही बैठे रहे भाजपा विधायक
मूर्ति विसर्जन के दौरान तीन युवकों के डूबने की खबर पाते ही धौरहरा विधायक बाला प्रसाद अवस्थी घटना स्थल पहुंच गए। उन्होंने घटना के संबंध में लोगों से जानकारी की। परिवार को मिलकर ढांढस बंधाया। वहीं पुलिस व प्रशासन से जल्द से जल्द तीनों को बरामद कराने को कहा। यही नहीं एक जिम्मेदार विधायक होने का अहसास कराते हुए विधायक बाला प्रसाद अवस्थी नदी किनारे जमीन पर ही बैठ गए।