पटना : बिहार दिवस के उद्घाटन समारोह में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार के किसी सदस्य के मौजूद नहीं रहने के मुद्दे पर गुरुवार को नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी रही. बता दें कि समारोह के आमंत्रण पत्र में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम नहीं होने से लालू परिवार समारोह में शामिल नहीं हुआ.
गौरतलब है कि बिहार दिवस पर आयोजित समारोह के निमन्त्रण पत्र पर उप मुख्य मंत्री तेजस्वी यादव का नाम नहीं होने से यह मामला गर्मा गया. राजद विधायक भाई वीरेंद्र और शक्ति यादव ने कहा कि समारोह के आमंत्रण पत्र में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम नहीं होना बड़ी चूक है. इस पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और नंदकिशोर यादव ने टिप्पणी की कि देख लीजिए, महागठबंधन और उसकी सरकार कैसे चल रही है?. हालांकि इस मामले में तेजस्वी ने कहा कि मुझे कुछ नहीं कहना है , जबकि राबड़ी देवी चुप रहीं.तेजप्रताप यादव ने कहा कि घर पर ही बिहार दिवस मनाया.वहीं राजद सांसद मीसा भारती ने कहा कि जहां बर्तन रहते हैं, वहां टकराते भी हैं. सामान्य बात है.
उधर, रालोसपा की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष सीमा सक्सेना ने कहा कि महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल राजद के नेताओं की अनुपस्थिति बड़ा सवाल उठा रहा है. तेजस्वी और तेजप्रताप यादव का कार्यक्रम में नहीं आने से स्पष्ट है कि महागठबंधन सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है.कुछ नेता पिछले काफी दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बयान दे रहे हैं. जबकि विधानपरिषद में कांग्रेस के सचेतक दिलीप चौधरी ने भी सवाल उठाया कि आमंत्रण पत्र में तेजस्वी का नाम क्यों नहीं था? वही इस मामले को शिक्षामंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने फिजूल बताया.