संवाददाता
पलिया कलां-खीरी।
इंडो-नेपाल सीमा पर किराना व्यापारी सुभाष की लूट के बाद हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में नेपाल के दो लुटेरे भी शामिल थे। पुलिस ने आला कत्ल के साथ दो थारू युवकों को गिरफ्तार किया है। कोतवाली प्रभारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि कजिरया से बनगवां आते हुए जंगल में घात लगाये बैठे दो नेपाली और दो थारू युवकों ने व्यापारी सुभाष गुप्ता को घेरकर उनसे लूटपाट की थी। लूट के दौरान विरोध करने पर बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी थी। बदमाश पिछले कई दिनों से सुभाष की लोकेशन को करीब से देख रहे थे। घटना वाले दिन पकड़े गए अभियुक्त गांव से पहले एक किलो जलेबी खरीद कर लाए। जलेबी को उन्होंने जंगल में बैठकर खाया जिसके बाद नेपाली अपराधियों की मदद से योजनाबद्ध ढंग से घटना को अंजाम दिया।
पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि सुभाष की मोटरसाइकिल आते देख उन लोगों ने छीनाझपटी शुरू कर दी। जब उसने विरोध किया तो चाकू और खुकरी से उस पर ताबड़तोड़ प्रहार शुरू कर दिए। सुभाष को घायल छोड़कर 40 हजार रूपये की नगदी और उसका मोबाइल लेकर सभी जंगल के रास्ते फरार हो गए थे। पुलिस ने एसपी के सख्त निर्देशों के बाद शुक्रवार अपराह्न जंगल मार्ग से नेपाल भाग रहे दो लोगों को पकड़ा। जिन्होंने अपने नाम जोगेंदर पुत्र भदई निवासी कजरिया थाना गौरीफंटा और संजय राना पुत्र कबीर बेहड़ा थाना गौरीफंटा बताया। खान तलाशी में आला कतल चाकू और एक मोबाईल, 13900 की नगदी के साथ एक नेपाली नंबर की बाइक मिली। यह बाइक इस घटना में शामिल रहे मुख्य नेपाली अभियुक्त की बताई जाती है। पकड़े गए अभियुक्तों ने दो माह पहले ढोके बाजार में व्यापारी से हुई लूट की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया है। कोतवाल ने बताया कि फरार दो नेपालियों की धरपकड़ के प्रयास चल रहे है। इस मामले में नेपाल के जिला कैलाली पुलिस से सहयोग की मांग भी की जा चुकी है।
घटना में शामिल दो नेपालियों में से एक कैलाली और दूसरा कंचनपुर का रहने वाला बताया जाता है। ये लूट की वारदातों को अंजाम देने के साथ वन अपराधों से भी जुड़े हैं। नेपाल और भारतीय सीमा में घटनाओं को अंजाम देने के बाद ये बार्डर पर बसे गांवों की शरण ले लेते हैं।