Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

सहवाग ने खोला राज, धोनी नहीं बल्कि यह खिलाड़ी था विश्वकप में भारत की जीत का असली हीरो

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2011 के विश्वकप के फाइनल मुकाबले में श्रीलंका की टीम को आसानी से मात दी थी और विश्वकप पर अपना कब्जा जमाया था। इस मैच में भारत के गौतम गंभीर ने जहां 97 रनों की शानदार पारी खेली थी, तो वहीं कप्तान धोनी ने भी खुद नाबाद 91 रनों की पारी खेली थी और जीत का छक्का भी लगाया था। इसके साथ ही भारत दूसरी बार विश्वविजेता बना था। भारत को दूसरी बार विश्वकप दिलाने और फाइनल में श्रीलंका को हराने का श्रेय लोग कप्तान धोनी को देते हैं लेकिन वीरू ऐसा नहीं मानते हैं।

भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग कहते हैं कि भारत विश्वकप 2011 के फाइनल मैच में कप्तान धोनी नहीं बल्कि भारत के ही एक दिग्गज खिलाड़ी की वजह से जीत हासिल कर पाया था। उन्होंने कहा है कि धोनी को उस मैच में इनफॉर्म बल्लेबाज युवराज सिंह के स्थान पर बल्लेबाजी करने की सलाह उसी खिलाड़ी ने ही दी थी। सहवाग ने कहा है कि नंबर 4 पर पहले युवराज जाने वाले थे लेकिन इस खिलाड़ी की सलाह के बाद उस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए खुद कप्तान धोनी गए।

सहवाग ने  कहा है कि ‘जब गौतम गंभीर और विराट कोहली बल्लेबाजी कर रहे थे, तो मैं और सचिन तेंदुलकर ड्रेसिंग रूम में एक साथ ही बैठे थे, उस वक्त धोनी वहां पर आए और सचिन ने ही उन्हें यह सलाह दी थी कि अगर दाएं हाथ का बल्लेबाज आउट हो, तो तुम बल्लेबाजी करने के लिए जाना और अगर बाएं हाथ का बल्लेबाज आउट हो, तो युवराज को बल्लेबाजी के लिए भेजना।’

जिसके बाद सचिन बाथरूम चले गए और क्रीज पर मौजूद विराट कोहली ने अपना विकेट गंवा दिया। जिसके बाद खुद कप्तान धोनी बल्लेबाजी करने चले गए और उन्होने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 91 रनों की पारी खेली और भारत को एक और विश्वकप दिलाया। भारत ने इस जीत के साथ ही 28 साल का सूखा भी खत्म कर दिया था।